कैसी होती जा रही है दुनिया? बेटी ने 70 साल की बुजुर्ग मां का साथ छोड़ा
- आगरा में कभी बेटा तो कभी बेटी, अपने माता-पिता को रामलाल वृद्धाश्रम छोड़कर जा रहे हैं। सोमवार को एक बेटा अपनी मां को जंगल में छोड़कर चला गया तो वहीं, मंगलवार को बेटी मां को छोड़ने रामलाल वृद्धाश्रम पहुंची।

माता-पिता अपनी जिंदगी कष्ट में डालकर अपने बच्चों को पालते हैं, बड़ा करते हैं, मगर वही बच्चे बड़े होकर अपने मां-बाप को बोझ समझने लगते हैं। दरअसल, आगरा में कभी बेटा तो कभी बेटी, अपने माता-पिता को रामलाल वृद्धाश्रम छोड़कर जा रहे हैं। सोमवार को एक बेटा अपनी मां को जंगल में छोड़कर चला गया तो वहीं, मंगलवार को बेटी मां को छोड़ने रामलाल वृद्धाश्रम पहुंची।
दरअसल, रुई की मंडी की रहने वाली महिला का बेटा एक साल से लापता है। पति की मौत हो चुकी है। बुजुर्ग महिला बेटी के पास रह रही थी। मंगलवार को बेटी खुद अपनी मां को आश्रम छोड़ने आई। बेटी का कहना था कि उसके ससुराल में संयुक्त परिवार है। ससुराल वाले और पति नहीं चाहते कि मेरी मां हमारे साथ रहे। आए दिन मां के साथ हो रहे दुर्व्यवहार से मैं खुद दुखी हूं।
बेटी आगे कहती है, 'मेरी मां का मेरे अलावा कोई नहीं है। लेकिन मैं उनको रखने में असमर्थ हूं'। बेटी की बात सुनकर 70 साल की बुजुर्ग मां कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं थीं। सिर्फ आंखों से झर-झर आंसू बहे जा रहे थे।
आश्रम के संचालक शिव प्रसाद शर्मा ने बुजुर्ग महिला की बेटी से कोविड टेस्ट कराने को कहा। इसके बाद बेटी कोविड-19 टेस्ट कराकर मां को लेकर फिर से आश्रम पहुंच गई। कोविड टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद महिला को आश्रम में रख लिया है।
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