आगरा: सरकारी कर्मचारियों ने ढूंढ लिया आरोग्य सेतु की आड़ में रिश्वतखोरी का तरीका
- आगरा जिले की तहसीलों में बैनामा कराते समय आरोग्य सेतु एप की आड़ में सरकारी कर्मचारियों की जमकर धांधलेबाजी चल रही है।

आगरा. भारत सरकार के आरोग्य सेतु एप की आड़ में भी सरकारी कर्मचारियों ने रिश्वतखोरी का नया तरीका खोज निकाला है. दरअसल, आजकल आरोग्य सेतु एप की वजह से तहसीलों में बैनामा कराने आ रहे ग्रामीण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उनके पास स्मार्ट फोन नहीं हैं। लेकिन कानून के नाम पर इसका फायदा सरकारी कर्मचारी उठा रहे हैं और साठगांठ कर बैनामा भी करा देते हैं।
गौरतलब है कि आगरा की सदर, बाह, फतेहाबाद, किरावली, खेरागढ़ व एत्मादपुर तहसील में रजिस्ट्री की प्रक्रिया निबंधन कार्यालयों में चल रही है। ऐसे में सरकार का आदेश है कि जो भी व्यक्ति बैनामा कराने आता है उसके मोबाइल पर आरोग्य सेतु एप डाउनलोड होना चाहिए। वरना बैनामा नहीं होगा। रजिस्ट्री में भी इसका उल्लेख किया जा रहा है।
अब बैनामा कराने आ रहे लोगों की काफी संख्या ग्रामीण क्षेत्रों से आ रही है जिनमें अधिकतर के पास स्मार्ट फोन नहीं है। ऐसे में कागजात तैयार करते समय यह जानना जरूरी है कि किसका मोबाइल नंबर लिखा जा रहा है, जिसमें एप डाउनलोड होने का उल्लेख किया जाता है। जब बैनामा के दौरान कर्मचारी इस मामले को पकड़ लेते हैं तो फिर सेटिंग के तहत बैनामा किया जाता है।
खास बात है कि तहसीलों में इस समय रिकॉर्ड बैनामा हो रहे हैं जिसकी वजह दस्तावेजों की ज्यादा जांच भी नहीं हो पा रही। कई मामले आगरा मंडल की तहसीलों में सामने आए हैं। इस संबंध में सदर तहसील बार एसोसिएशन के महासचिव लालबहादुर राजपूत ने कहा कि संचित रूप से आरोग्य सेतु एप का पालन होना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति गलत नंबर बता देगा तो यह पूरी तरह गलत होगा। इसकी शिकायत होने पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
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