कोरोना के खिलाफ आगरा में जंग तेज, आज से घर-घर पूछा जाएगा सेहत का हाल

Smart News Team, Last updated: Sun, 5th Jul 2020, 12:11 PM IST
  • कोरोना को खत्म करने के लिए रविवार से कोविड सर्विलांस प्रोग्राम की शुरुआत हो रही है। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों से सेहत का हाल पूछेगी।
पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रोग्राम

कोरोना को खत्म करने के लिए रविवार से कोविड सर्विलांस प्रोग्राम की शुरुआत हो रही है। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों से सेहत का हाल पूछेगी। सेहत की जानकारी जुटाकर विभाग को दी जाएगी। इसी जानकारी के आधार पर कोविड के संदिग्धों की स्क्रीनिंग की जाएगी। जांच के बाद उनका इलाज किया जाएगा।

सीएमओ डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि 5 से 15 जुलाई तक जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर 1722 टीमें सर्वे करेंगी। इसमें खांसी-बुखार के रोगियों को चिन्हित किया जाएगा। अगर कोई गंभीर रोगी मिलता है तो उनकी कोरोना जांच कराई जाएगी। यह रैपिड सर्वे होगा, जिसमें 10 दिनों में पूरे जिले को कवर किया जाना है। शहर और देहात में 1722 टीम काम करेंगी। पुराने रोगों से पीड़ित लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। सर्वे करने वाली आशा सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन से ग्रसित मरीजों की तुरंत अपने प्रभारी को सूचना देंगी। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जनपद स्तर पर सूचना देंगे। संबंधित का कोरोना सैंपल कराया जाएगा। संक्रमित होने पर उसका इलाज कराया जाएगा।

पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रोग्राम

प्रोग्राम को पोलियो अभियान की तर्ज पर चलाया जाएगा। माइक्रो प्लान के अनुसार टीमों का गठन किया गया है। हर टीम में 2 सदस्य शामिल किए गए हैं। टीमें सुबह 8:00 से दोपहर 2:00 बजे तक सर्वे करेंगी। देहात में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सर्वे में अनिवार्य रूप से भाग लेंगी। शहरी क्षेत्रों में आशा-आंगनवाड़ियों के साथ पोलियो अभियान, सिविल डिफेंस, एनएसएस के स्वयंसेवक भी शामिल होंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम पर्यवेक्षण करेंगी।

सुरक्षा बंदोबस्त के साथ चलेंगी टीमें

सर्वे के दौरान टीम अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखेंगी। सर्वे करने वाली प्रत्येक टीम को दो रियूजेबल (दोबारा पहनने लायक) मास्क दिए जाएंगे। उन्हें इसे पहनकर ही सर्वे करना होगा। उन्हें सेनेटाइजर भी उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे समय-समय पर अपने हाथों को सेनेटाइज कर सकें। हर टीम को स्टीकर, चॉक और रिपोर्टिंग प्रारूप भी उपलब्ध कराया जाएगा।

हर शाम को समीक्षा की जाएगी

अभियान की समीक्षा हर शाम होगी। डब्ल्यूएचओ और यूनीसेफ मॉनीटरिंग सीएमओ और एमओआईसी को फीडबैंक दिया जाएगा। जिससे इसकी गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सके। सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए सपोर्टिंग सुपरविजन भी किया जाएगा। सभी जगहों पर माइक्रोप्लान भी पोलियो की तरह बना है।

इस तरह होगा सर्वे

- इंफ्रारेड थर्मोमीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर का उपयोग किया जाएगा।

-पोलियो अभियान की तरह हर घर के दरवाजे पर दिनांक अंकित की जाएगी।

-घर-घर जाकर प्रारूप के अनुसार सूचनाओं को एकत्रित किया जाएगा।

-सर्वे पूरा होने पर स्वास्थ्य विभाग का बनाया हुआ स्टीकर लगाया जाएगा।

-खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत होने वाले रोगियों की पहचान की जाएगी।

-सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इंफेक्शन के रोगी की पल्स ऑक्सीमीटर से जांच होगी।

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