इंस्पेक्टर समेत कई सिपाहियों से था आगरा के हिस्ट्रीशीटर मोनू का संपर्क, कार्रवाई

Smart News Team, Last updated: Thu, 6th Aug 2020, 9:53 AM IST
  • आगरा के हिस्ट्रीशीटर मोनू का संपर्क पुलिस के कई सिपाहियों से था. ये उसके लिए मुखबिर की तरह काम करते थे. पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले ही उसे जानकारी देकर बचा लिया जाता था. एक इंस्पेक्टर भी जांच के घेरे में बताया जा रहा है.
इंस्पेक्टर समेत कई सिपाहियों से था आगरा के हिस्ट्रीशीटर मोनू का संपर्क, कार्रवाई

आगरा के हिस्ट्रीशीटर मोनू यादव ने कोर्ट के सामने समर्पण कर दिया था. उसे जेल भेजा गया. जांच में जानकारी मिली है कि मोनू यादव का कई सिपाहियों से संपर्क रहा. इसी कारण वो गलत काम करके आसानी से पुलिस की गिरफ्त से बच जाता था. यहां तक की एक इंस्पेक्टर को भी जांच के दायरे में लिया गया है जिसके मोनू यादव से संपर्क बताए जा रहे हैं. एसएसपी ने मोनू से संपर्क रखने वाले तीन सिपाहियों को थानों से लाइन हाजिर कर दिया है. दो सिपाही पहले से ही पुलिस लाइन में थे. इन सभी को जोन से बाहर भेजने की तैयारी चल रही है.

बताया गया है कि थाना एत्माद्दौला में तैनात रविंद्र यादव, थाना न्यू आगरा में तैनात सत्यपाल यादव, थाना मलपुरा में तैनात दुष्यंत यादव को लाइन हाजिर किया गया है. अभी आरक्षी चालक राहुल यादव और आरक्षी राजीव यादव पहले से पुलिस लाइन में तैनात हैं. इन सभी को जोन से बाहर स्थानांतरण कराया जाएगा. इन सिपाहियों की आय से अधिक संपत्ति की जांच भी कार्रवाई जाएगी.

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मोनू यादव का संपर्क एक इंस्पेक्टर से भी था. एसएसपी बबलू कुमार तक यह जानकारी पहुंचने के बाद इसकी भी जांच हो रही है. मोनू उनसे कहां मिलता था? इंस्पेक्टर ने उनकी क्या मदद की? फिलहाल इंस्पेक्टर जिले में ही तैनात हैं. जांच के बाद इंस्पेक्टर पर भी कार्रवाई हो सकती है.

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बता दें कि एत्माद्दौला के नगला रामबल निवासी हिस्ट्रीशीटर मोनू यादव ने 17 जुलाई को कोर्ट में समर्पण किया था. पुलिस उसे लंबे समय से पकड़ नहीं पा रही थी. दरअसल, मोनू कुछ सिपाहियों के संपर्क में रहता था जिससे पुलिस की हर गतिविधि की जानकारी उसको पहले ही हो जाती थी. एसएसपी बबलू कुमार ने शक होने पर गोपनीय जांच करवाई थी.

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