कोरोना में पैसों की तंगी ने मारा तो बन गए डकैत, गैंग बनाकर लूटपाट, गिरफ्तार
ताजनगरी के बरखा विहार में डकैती कांड का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा किया. सात बदमाश पकड़े गए जिसमें से दो अभी फरार हैं. पुलिस के अनुसार इस घटना में पकड़े गए बदमाश प्रोफेशनल नहीं है. लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए युवकों के पास जब कोई काम नहीं रहा तो पैसों की तंगी से निपटने के लिए उन्होनें घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने घटना को लॉकडाउन का साइडइफेक्ट बताया है.
ताजनगरी के सिकंदरा क्षेत्र की कॉलोनी बरखा विहार में 29 जुलाई को रिटायर्ड शिक्षक उमाशंकर शर्मा के घर दिनदिहाड़े डकैती हुई थी. जिसे सिकंदरा पुलिस ने पहले ही दिन घटना को लूट की धारा में दर्ज किया था. इस बात के लिए एडीजी ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी.
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सीसीटीवी में घटना के बाद सात बदमाश भागते कैद हुए थे. जिसमें बाइक और स्कूटर पर तीन-तीन बदमाश भागे थे. वहीं एक बदमाश उमाशंकर की नाती की साइकिल लेकर भागा था. पुलिस को सीसीटीवी की फुटेज से बदमाशों के भागने की दिशा का अंदाजा हुआ था. पुलिस का मानना था कि चोर ज्यादा दूर नहीं भागे हैं क्योंकि उनके पास तेज रफ्तार से चलने वाली कोई सवारी नहीं थी.
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पुलिस की सर्विलांस टीम ने सुराग जुटाकर बदमाशों को पकड़ा और सुरागों के आधार पर घटना का खुलासा किया. पुलिस पिछले 4 दिनों से बरखा विहार में लगातार रेकी कर रही थी. एसएसपी बबलू कुमार ने बताया है कि मास्टरमाइंड दीपक जैन और गौरव चोपड़ा अभी फरार हैं. इन्होनें ही सारी प्लानिंग की थी. गौरव चोपड़ा पहले भी जेल जा चुका है.
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