आगरा: कारोबारी की मौत के एक साल बाद दर्ज हुआ मुकदमा, साजिशन हत्या का आरोप
- ताजनगरी में चूना पाउडर फैक्टरी के मालिक की मौत के एक साल बाद मुकदमा दर्ज हुआ. बेटे ने आगरा के हरीपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
आगरा. ताजनगरी में एक कारोबारी की मौत के एक साल बाद उसकी हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है. कारोबारी के बेटे ने आगरा के हरीपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. बेटे ने आरोप लगाया है कि एक महिला ने पिता को अपने जाल में फंसा कर उनकी हत्या की साजिश रची ताकि पिता की प्रॉपर्टी हड़प सके.
कारोबारी के बेटे ने कहा कि 2019 में पिता बीमार हुए लेकिन उनका इलाज नहीं कराया गया जिससे उनकी जान चली गई. बेटे का आरोप है कि यह साजिश इसलिए रची गई ताकि पिता के वसीयत के मुताबिक फैक्टरी और कोठी उन्हें मिल जाए.
हरीपर्वत थाने के इंस्पेक्टर अजय कौशल में बताया कि जयपुर हाउस निवासी अंकित सूरी ने मुकदमा दर्ज करने के लिए कोर्ट में एप्लिकेशन दिया था. उसके बाद कोर्ट के आदेश पर ही यह मुकदमा दर्ज किया गया है. अब आगे इस मामले की जांच की जाएगी.
आगरा: कमला नगर थाना का उद्घाटन, अब जिले में 43 और शहर में 18 पुलिस स्टेशन
मुकदमा प्रज्ञा नाम की एक महिला और उसके भाई आशुतोष के खिलाफ किया गया. दोनों आरोपित आवास विकास कालोनी के निवासी हैं. कारोबारी के बेटे अंकित ने मुकदमे में लिखवाया है कि उसके पिता की पहली शादी 34 साल पहले ज्योति सूरी के हुई थी. लगभग 31 साल पहले उसकी मां का देहांत हो गया.
जिसके बाद उसके पिता ने 20 साल पहले इंदु सूरी से दूसरी शादी कर ली. पिता की एक फैक्टरी पहले सिकंदराबाद में थी. पिता ने उसे बेचकर बाईपुर में दूसरी फैक्टरी लगाई. साल 2019 से पिता ने फैक्टरी से घर आना छोड़ दिया था.
आगरा आयुक्त ऑफिस के अधिकारी कोरोना संक्रमित, कमिश्नरी कार्यालय 48 घंटे सील
छानबीन करने पर पता चला कि आवास विकास कालोनी निवासी प्रज्ञा ने पिता को अपने जाल में फंसा लिया है. इस बीच 31 जुलाई 2019 को कारोबारी का देहांत हो गया. 2 अगस्त कारोबारी का दह संस्कार भी कर दिया. उसके बाद इंदु सूरी ने फैक्टरी और कोठी पर वसीयत के आधार पर कब्जा करने की कोशिश करने लगीं. छानबीन करने पर पता चला कि 15 जुलाई 2019 को पिता की तबीयत खराब हुई थी.
प्रज्ञा अपने भाई के साथ एक वरिष्ठ हार्ट के डॉक्टर के पास गई. डॉक्टर ने तत्काल आईसीयू में भर्ती करने कि कहा था. लेकिन उस लोगों ने भर्ती नहीं कराया और घर लेकर आ गए. ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर 30 जुलाई 2019 को उन्हें भर्ती कराया गया था.
अन्य खबरें
आगरा: कमला नगर थाना का उद्घाटन, अब जिले में 43 और शहर में 18 पुलिस स्टेशन
आगरा आयुक्त ऑफिस के अधिकारी कोरोना संक्रमित, कमिश्नरी कार्यालय 48 घंटे सील
आगरा में पांच महीने बाद शर्तों के साथ रेस्टोरेंट और जिम होंगे अनलॉक, ये हैं नियम
आगरा: कर्मचारियों के नाम पर फर्जी फर्म बनाकर GST फ्रॉड करने वाला कारोबारी अरेस्ट