आगरा: लाइसेंसी हथियार रखना बना स्टेटस सिंबल, देसी से लेकर विदेशी बंदूकों का शौक

आगरा के पॉश इलाकों में ज्यादा वारदातें होती हैं. इन कॉलोनियों में रहने वालों को अपने जान माल की अधिक चिंता रहती है जिससे पुलिस को इनकी सुरक्षा को लेकर ज्यादा चौकस रहना पड़ता है. इसकी वजह घर-घर में हथियार का होना है. इस बात का खुलासा पुलिस के शस्त्र लाइसेंस सत्यापन अभियान में हुआ.
आगरा जिले में 47 हजार से अधिक लाइसेंसी शस्त्र हैं. न्यू आगरा क्षेत्र में करीब 3 हजार लाइसेंसी शस्त्र धारक रहते हैं. कई लोगों ने स्टेटस सिंबल के तौर पर लाइसेंसी बंदूके रखी हैं. भाजपा सरकार के आने के बाद आगरा में लाइसेंस बनना बंद हो गए हैं. सरकार ने नियम सख्त करते हुए हथियारों पर लाइसेंस देना बंद कर दिया है.
केरल विमान हादसा: एयरइंडिया के दूसरे पायलट की भी मौत, पूरे मथुरा में शोक
कमला नगर में एक लाख अबादी में 350 से अधिक लाइसेंसी शस्त्र हैं. कुछ पूंजीपतियों ने एक नहीं दो-दो लाइसेंस ले रखे हैं. सबसे ज्यादा विदेशी हथियार भी कमला नगर में हैं. दूसरे स्थान पर न्यू आगरा क्षेत्र की लॉयर्स कॉलोनी है इसमें रिटायर अधिकारी रहते हैं. वहीं 150 लाइसेंसी शस्त्र धारक इस कॉलोनी में हैं.
आगरा: सड़क किनारे खाने वाले ‘चटोरे’ ना बन जाएं कोरोना संक्रमण का कैरियर
न्यू आगरा में पुलिस से ज्यादा लोगों के पास हथियार हैं. 135 पुलिस कर्मी न्यू आगरा में तैनात हैं जिसमें थाना क्षेत्र की चौकियों का स्टाफ भी शामिल है. सरकार को कई बार इसके बारे में बताया गया. 2018 में तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक ने बड़ी संख्या में शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट प्रशासन को भेजी थी. इसके बाद चंद लाइसेंस ही निरस्त किए गए थे.
अन्य खबरें
केरल विमान हादसा: एयरइंडिया के दूसरे पायलट की भी मौत, पूरे मथुरा में शोक
आगरा: सड़क किनारे खाने वाले ‘चटोरे’ ना बन जाएं कोरोना संक्रमण का कैरियर
आगरा: बिचपुरी चौकी के दारोगा और सिपाही कोरोना संक्रमित, चौकी क्वारंटाइन
आगरा के ये वीवीआईपी आए कोरोना की चपेट में, संक्रमण के आंकड़े हैरान करने वाले