बहनें नहीं आ सकीं तो पहुंचा दी लिफाफे से राखी, जेल में बंद भाइयों के खिले चेहरे

Smart News Team, Last updated: Mon, 3rd Aug 2020, 8:26 PM IST
  • आगरा की जेल में रक्षाबंधन के मौके पर कैदियों के लिए उनकी बहनों ने राखी भेजी. कोरोना के चलते हर साल की तरह इस बार बहनें खुद जेल जाकर अपने भाईयों को राखी नहीं बांध पाई हैं. 
बहनें नहीं आ सकीं तो पहुंचा दी लिफाफे से राखी, जेल में बंद भाइयों के खिले चेहरे

कोरोना और लॉकडाउन के कारण इस साल जेलों में मुलाकात बंद है. यही कारण रहा कि आगरा में भी बहनें अपने भाई को राखी बांधने के लिए नहीं जा पाईं. हर साल बहनें जेल में बंद भाईयों को राखी बांधने के लिए जाती हैं. इस साल उन्होंने लिफाफे में भाईयों को राखी भेज दी है. इस साल आगरा जेलों में 256 लिफाफे में राखी पहुंची हैं.

सोमवार को सेंट्रल और जिला जेल का नजारा अलग ही था, जब जेल प्रशासन ने सेनेटाइज लिफाफे बंदियों को सौंपे तो उनके चेहरों पर मुस्कान लौट आई. बंदियों ने एक-दूसरे की कलाई पर राखी बांधी. हालांकि जानकारी न होने पर कुछ बहनें राखी बांधने जिला जेल पर पहुंची थीं. जेल प्रशासन ने उन्हें समझाया और कहा कि उनकी राखी का लिफाफ लेकर बंदियों तक पहुंचा दिया जाएगा.

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सेंट्रल जेल पर बहनों के 62 व जिला जेल में 194 लिफाफे पहुंचे. आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, एटा, अलीगढ़ आदि से तो लोगों ने जेल पर आकर लिफाफे दिए. वहीं सहारनपुर, मेरठ, बुलंदशहर, ललितपुर, झांसी, गाजियाबाद आदि जिलों से डाक के जरिए जेल पर लिफाफे प्राप्त हुए. सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक वीके सिंह ने बताया कि जेल पर 62 लिफाफे आए थे, जिन्हें सेनेटाइज करने के बाद बंदियों को सौंप दिया है.

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रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में जेलों में बंदियों के लिए खास मैन्यू बनाया गया. इसमें हलवा, पूरी, सब्जी आदि रहा. वहीं जिला जेल के जेलर संजीव कुमार सिंह ने बताया कि चार-पांच बहनें जेल पर आई थीं. उन्हें जानकारी नहीं थी. उनसे राखी का लिफाफ ले लिया और बता दिया कि बंदी तक पहुंचा दिया जाएगा.

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