डॉ. योगिता हत्याकांड में पुलिस को विवेक की कार में मिले खून के धब्बे और बाल

Smart News Team, Last updated: Fri, 21st Aug 2020, 9:14 PM IST
  • डॉ. योगिता के हत्याकांड में आरोपी विवेक की कार से फॉरेंसिक टीम को योगिता के बाल और खून के धब्बे मिले हैं. इन नमूनों  को डीएनए जांच के लिए भेज दिया गया है.
डॉक्टर योगिता गौतम मर्डर केस मे आरोपी विवेक तिवारी ने कबूल कर लिया है कि योगिता के शादी से इंकार करने के कारण ही उसने योगिता की हत्या की.

आगरा. डॉ. योगिता का हत्यारा विवेक ने बहुत चालाकी से सबूतों को मिटाने की कोशिश की थी. डॉ. योगिता की हत्या उसने जिस कार में की थी हत्या के बाद उसने उस कार की सफाई कर दी थी ताकि सबूत मिट जाए. हत्या के बाद उसके कार के पायदान और कारपेट पर खून के धब्बे रह गए थे. कार में डॉ. योगिता के बाल भी मिले हैं. फारेंसिक टीम ने इन सबूतों से डीएनए के लिए ब्लड सैंपल कलेक्ट कर लिए हैं. कुछ लंबे और छोटे बाल ड्राइवर के बराबर वाली सीट से मिले हैं, वहां से भी सैंपल ले लिया गया है. फारेंसिक टीम ने सैंपल लेने के बाद उसे जांच के लिए लैब  भेज दिया है.

इस दौरान सीओ कोतवाली चमन सिंह चावड़ा भी मौजूद रहे. उनका मौजूदगी में कार की बारीकी से जांच की गई. सामान्य नजरों से कार में कहीं खून नहीं दिख रहा था. इसके बाद पुलिस ने अंधेरा करके पराबैगनी यूवी लाइट में कार की जांच की. तब कार के पायदान और कारपेट पर खून के धब्बे मिले. 

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फोरेंसिक टीम ने इन जगहों से नमूने लिए. कार में मिले टूटे हुए बालों को भी सुरक्षित रूप से उठाया गया और दोनों नमूनों को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजेने के लिए सुरक्षित रख लिया गया. प्रयोगशाला में इन नमूनों का अब डीएनए जांच होगी. अगर डीएनए मैच हो जाता है तो यह डॉ. विवेक के खिलाफ वैज्ञानिक साक्ष्य का काम करेगा. जो कोर्ट में इस केस का मजबूत सबूत बनेगा, क्योंकि कोर्ट में वैज्ञानिक साक्ष्य की कोई काट नहीं होती है.

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डॉ. विेवेक कितना शातिर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसके मोबाइल में ऑटोमैटिक कॉल रिकार्डिंग सॉफ्टवेयर अपलोड  है. इसमें विवेक ने बहुत सी रिकार्डिंग डिलीट भी कर दी है. और सिर्फ अप्रैल तक की रिकार्डिंग सुरक्षित मिली है. गहराई से छानबीन में 18 अगस्त की कुछ रिकार्डिंग मिल गई है. जिसमें उसकी डॉ. योगिता से आखिरी बातचीत है. 

फोन पर उसने योगिता से कहा कि वह बाहर खड़ा है, तुम किधर हो. डॉक्टर योगिता ने कहा कि ऊपर हूं. डॉ. विेवेक बोला जल्दी बाहर आओ. एक रिकार्डिंग कुछ समय पुरानी भी मिली है. जिसमें वह डॉक्टर योगिता को हड़का रहा है. उनसे बोल रहा है कि तीन घंटे से मोबाइल मिला रहा हूं. यह सारी रिकार्डिंग पुलिस मोबाइल विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजेगी ताकि वे रिकार्डिंग भी रिकवर की जा सकें, जो उसने डिलीट कर दी थी.

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