वाह री व्यवस्था… 90 करोड़ रुपये से बने 100 बेड वाले अस्पताल में सिर्फ दो शौचालय

Smart News Team, Last updated: Wed, 15th Jul 2020, 5:28 PM IST
  • आगरा में उदासीनता और संवेदनहीनता का ऐसा आलम है कि 90 करोड़ की लागत से बने 100 बेड वाले जिला महिला अस्पताल में महज दो शौचालय हैं।
Toilet Generic Photo

आगरा में उदासीनता और संवेदनहीनता का ऐसा आलम है कि 90 करोड़ की लागत से बने 100 बेड वाले जिला महिला अस्पताल में महज दो शौचालय हैं। दरअसल, जिला महिला चिकित्सालय के सौ बेड वाले अस्पताल को आधुनिक सुविधाओं युक्त बनाया गया है, जिसमें 90 करोड़ से अधिक लागत लगी है, मगर इस अस्पताल में आने वाले गर्भवती महिलाओं की बात तो छोड़िए, कर्मचारी तक के लिए शौचालय की उचित व्यवस्था नहीं है।

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गौरतलब है कि जिले का एकमात्र अस्पताल जिला महिला चिकित्सालय कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं के लिए रात-दिन काम करके उनके घरों में खुशियां बिखेरता रहा है। मगर सुविधाओं की बात करें तो 90 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है। सरकार की ओर से गर्भवती महिलाओं की सुविधाओं को देखते हुए 100 बेड वाला अस्पताल बनवाया गया था। क्योंकि पुरानी इमारत 138 साल पुरानी हो चुकी थी। जर्जर हालत और आधुनिक सुविधाएं न होने के कारण हर जिले में अस्पताल बनवाए गए।

आगरा जिला महिला चिकित्सालय की बात करें तो 100 बेड वाली इमारत में शौचालयों तक की उचित व्यवस्था नहीं है। कर्मचारियों का कहना है कि महिलाएं आशा ज्योति केंद्र का शौचालय प्रयोग करती हैं। मरीजों, तीमारदारों के लिए सिर्फ दो ही शौचालय हैं। वहीं सीएमएस के कक्ष में एक अटैच शौचालय है जिसे 15 से ज्यादा डॉक्टर्स प्रयोग करते हैं।

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सोमवार को एडीशनल कमीश्नर ने नाराजगी भी जताई। निममानुसार, हर वार्ड में महिलाओं के लिए शौचालय होना जरूरी है। मगर यहां एक भी वार्ड में यह सुविधा नहीं है। सिजेरियन प्रसव वाली महिलाओं के लिए भी व्यवस्था नहीं है। कर्मचारियों का कहना है कि संक्रमण काल में असुरक्षा के चलते आठ-आठ घंटे तक महिला कर्मचारी यूरिन के लिए नहीं जाती हैं। कई कर्मचारियों को यूरिन संबंधी परेशानियां भी हो चुकी हैं। लेकिन शौचालयों की सुविधाएं नहीं की जा रही हैं।

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