खतरा: ताजमहल की सुरक्षा पर छाया है 'काला साया', अंधेरे में रहता है पूरा इलाका

Smart News Team, Last updated: Thu, 18th Jun 2020, 9:41 AM IST
  • सरकारी बाबुओं की इसी सुस्ती की वजह से ताज की सुरक्षा का खतरा बढ़ गया है। यूं कहें कि मोहब्बत की निशानी ताजमहल पर ‘काला साया’ मंडरा रहा है। ताजमहल की ओर जाने वाले रास्तों की स्ट्रीट लाइटें खराब हो चुकी हैं। यहां रात भर अंधेरा रहता है।
ताजमहल की सुरक्षा को खतरा, अंधेरे में रहता है पूरा इलाका।

आगरा, वरिष्ठ संवाददाता

कोरोना वायरस यानी कोविड-19 वैश्विक महामारी की वजह से आगरा के ताजमहल समेत सभी ऐतिहासिक स्मारक पिछले तीन महीने से बंद पड़े हैं। इन ऐतिहासिक स्मारकों पर पर्यटकों का आवागमन बंद है। स्मारक के आस-पास दुकानें खुलती नहीं हैं तो सरकारी मशीनरी भी सुस्त हो गई है। सरकारी बाबुओं की इसी सुस्ती की वजह से ताज की सुरक्षा का खतरा बढ़ गया है। यूं कहें कि मोहब्बत की निशानी ताजमहल पर ‘काला साया’ मंडरा रहा है।  ताजमहल की ओर जाने वाले रास्तों की स्ट्रीट लाइटें खराब हो चुकी हैं। यहां रात भर अंधेरा रहता है। पहले आसपास की दुकानें खुलती थीं तो उनके बाहर रोशनी होती थी मगर अब पूरी तरह सन्नाटा रहता है। बस पुलिस के बैरियरों के पास ही थोड़ी बहुत रोशनी रहती है।

शिल्पग्राम रोड से ताजमहल के पूर्वी गेट की ओर जाने वाले मार्ग पर और पश्चिमी गेट पार्किंग से गेट तक मार्ग पर विकास प्राधिकरण ने स्ट्रीट लाइटें लगाई थीं। ताजगंज प्रोजेक्ट के तहत यहां फैंसी लाइटें लगाई थीं। रात के समय यहां आंखों को चुंधियाना देने वाली रोशनी होती थी लेकिन अब बंद हैं सरकारी संस्थाओं ने यहां झांकना छोड़ दिया है। ताजगंज प्रोजेक्ट की तमाम लाइटें पहले ही खराब हो चुकी थीं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगमन के दौरान इन्हें ठीक किया गया था लेकिन अब फिर से खराब होने लगी हैं।

स्ट्रीट लाइटों का भी यही हाल है। कहीं लाइटें जलती हैं तो कहीं पूरी तरह से अंधेरा रहता है। इधर श्मशान घाट रोड की लाइटें भी खराब हो चुकी हैं। शाहजहां गार्डन के बराबर से पुरानी मंडी रोड पर भी यही हाल है। ताजमहल के रास्तों पर पुलिस के बैरियर हैं, केवल यहां लाइटें ठीक रहती हैं। ऐसे अंधेरे का लाभ उठाकर कोई असामाजिक तत्व अप्रिय घटना को अंजाम दे सकता है।

ताजमहल का पूरा इलाका अंधेरे में रहता है।

पूर्वी गेट के कैमरे ठीक, मगर पश्चिमी गेट के खराब

अमेरिकी राष्ट्रपित की विजिट के दौरान ताजमहल पर लगे कैमरों को ठीक कराय गया था। चूंकि राष्ट्रपति की विजिट पूर्वी गेट से तय थी इसिलए अधिकारयों ने पूर्वी गेट की ओर विशेष ध्यान दिया लेकिन पश्चिमी गेट पार्किंग से लेकर गेट तक खानापूर्ति की गई। यहां तमाम कैमरे अभी भी खराब बताए जाते हैं। इधर एक ओर शाहजहां पार्क और दूसरी ओर हरित क्षेत्र है। कोई जानवर नहीं आ जाए इसलिए जालियां लगाई गई थीं। मार्ग में कई स्थानों पर जालियां टूट चुकी हैं।

बारिश और तूफान के दौरान हुई थी तबाही

पिछले दिनों आए तूफान और तेज बारिश के दौरान शहर में बड़ी तबाही हुई थी। ताजमहल में भी नुकसान हुआ था। आसपास के कई पेड़ धराशाई हो गए थे। इसी दौरान यहां विद्युत व्यवस्था भंग हुई थी। विद्युत व्यवस्था को तो बहाल कर दिया गया लेकिन स्ट्रीट लाइटों का सुधार अभी तक नहीं हो पाया है। इसकी वजह से यहां अंधेरा रहता है। क्षेत्रीय लोगों ने कई बार नगर निगम और एडीए को इसके बारे में जानकारी भी दी है लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।

नगर निगम के हैंडओवर हो गई प्रकाश व्यवस्था

ताजमहल के आसपास की प्रकाश व्यवस्था पहले आगरा विकास प्राधिकरण के जिम्मे थी लेकिन अब नगर निगम के हैंडओवर हो गई है। नगर निगम ने यहां सोडियम लाइटों को हटाकर एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने का काम किया है लेकिन अभी तक पूरे क्षेत्र की लाइटें नहीं बदली जा सकी हैं। इसका परिणाम यह हुआ है कि पुरानी सोडियम लाइटों की मरम्मत नहीं हो पा रही है और एलईडी लाइटों के मामले में भी लापरवाही बरती जा रही है। हालांकि नगर निगम के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि प्रतिदिन शहर में करीब 80-90 लाइटों दुरुस्त किया जाता है।

सफाई कंपनी का बंध सकता है बोरिया बिस्तर

ताजमहल के पास सफाई व्यवस्था भी पटरी से उतर चुकी है। यहां निजी कंपनी वीबीजी सफाई कार्य देखती है। कंपनी को 90 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान किया जाता है लेकिन सफाई व्यवस्था के नाम पर घोर लापरवाही बरती जा रही है। ताजमहल में पर्यटकों का आवागमन बंद है, फिर भी यहां कचरे के ढेर लगे हैं। यहां की सफाई व्यवस्था को लेकर मंडलायुक्त भी कई बार नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं लेकिन नगर निगम के अधिकारी हर बार कंपनी को बचाने में लगे रहे हैं लेकिन अब नगर निगम से ही खबर आ रही है कि कंपनी का जल्द ही बोरिया बिस्तर बंध जाएगा।

अपर नगर आयुकत केबी सिंह ने कहा कि सफाई व्यवस्था देख रही कंपनी की तमाम शिकायतें मिली हैं। कंपनी को नोटिस भी दिया गया है। यदि काम संतोषजनक नहीं होगा तो कोई ऐसी कंपनी को क्यों ढोएगा।

वहीं, नगर निगम के मुख्य अभियंता संजय कटियार का कहना है कि एडीए से यह काम नगर निगम को हैंडओवर हुआ है। सोडियम लाइटों को बदलने के काम चल रहा है। एलईडी लगाई जा रही हैं। बड़ी संख्या में एलईडी लगाई भी जा चुकी हैं। पिछले तूफान के दौरान लाइटों को नुकसान पहुंचा था। उन्हें बदला जा रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि ताजमहल के रास्ते रोशन रहे हैं। जहां भी लाइट खराब हैं उन्हें जल्द से जल्द बदला जाएगा।

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