आगरा के जोंस मिल धमाके की धमक लखनऊ तक पहुंची, ATS और IB ने भी शुरू की जांच
- आगरा के जोंस मिले में हुए धमाके की धमक लखनऊ तक जा पहुंची है। मामला धमाके से जुड़ा है इसलिए खुफिया एजेंसियां और एटीएस भी सक्रिय हो गई हैं।

आगरा, प्रमुख संवाददाता
आगरा के जोंस मिले में हुए धमाके की धमक लखनऊ तक जा पहुंची है। मामला धमाके से जुड़ा है इसलिए खुफिया एजेंसियां और एटीएस भी सक्रिय हो गई हैं। पुलिस अपने नजरिए से जांच कर रही है। खुफिया एजेंसियां और एटीएस अपने नजरिए से मामले को देख रही है। अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि धमाके में किस विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है। धमाका कैसे किया गया। बम लगाया गया था तो वह किसने बताया। विस्फोटक कहां से खरीदा गया। इन सवालों के जवाब जानने के लिए एटीएस ने छानबीन शुरू कर दी है।
जोंस मिल कंपाउंडर चार में रविवार की शाम हुआ धमाका मामूली नहीं था। यह जानकारी होने के साथ ही आईजी रेंज ए सतीश गणेश भी सक्रिय हो गए। उन्होंने विधि विज्ञान प्रयोग शाला के डायरेक्टर से संपर्क किया। उन्हें एक पत्र लिखकर घटना स्थल पर वैज्ञानिकों की टीम भेजने को कहा। ताकि यह पता चल सके कि धमाका में किस विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था। आखिर विस्फोटक की मात्रा कितनी रही होगी। उन्होंने इस संबंध में एटीएस के अधिकारियों से भी संपर्क किया।
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एसएसपी बबलू कुमार को निर्देश दिए कि पूरे प्रकरण की जांच पर वह भी नजर रखें। यह मामला बेहद गंभीर है। जमीन किसकी है किसकी नहीं। किसका कब्जा है। किसे खाली करानी थी। यह मामला अब उससे बहुत बड़ा हो गया है। बम धमाका किया गया है। अब सवाल दूसरे उठ रहे हैं। ताजनगरी में धमाका मामूली बात नहीं है। उन सवालों के जवाब जाने बिना आरोपित जेल भी नहीं जाने चाहिए। पुलिस मामले की तह तक जाए। ताकि इस गैंग फिर ऐसा दुस्साहस करने की हिम्मत नहीं जुटा सके। इस धमाके लिए बारुद देने वाले से लेकर बम बनाने वाले तक के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है।
जांच में इन बातों का विशेष ध्यान रखा जाए
-एटीएस, स्पेशल ब्रांच, मिलेट्री इंटेलीजेंस से समन्वय स्थापित कर घटना स्थल का निरीक्षण कराते हुए संयुक्त जांच आख्या तैयार करें।
-विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम से संपर्क करे उनसे भी जल्द से जल्द रिपोर्ट देने का प्रयास करें।
-घटना स्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों का गहनता से विश्लेषण करें।
-बम बनाने वाले व्यक्ति के बारे में जानकारी बेहद जरूरी है।
-धमाके के लिए कौन सा विस्फोटक प्रयोग में लाया गया। उसके श्रोत के बारे में भी जानकारी की जाए।
-घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ मुख्य षडंत्रकारियों पर भी शिकंजा कसें।
-बम में धमाका डेटोनेटर, टाइमर या रिमोट के जरिए किया जाता है। इस बम में धमाका करने को लिए किस विधि का इस्तेमाल किया गया।
-घटना के पीछे मूल मकसद क्या था। यह भी पता लगाया जाए।
-अभियोग की विवेचना अपने निकट पर्यवेक्षण में कराएं। तथा अभियोग की प्रगति से प्रतिदिन अवगत कराएं।
-मामला गँभीर है। इसलिए उसे स्पेशल रिपोर्ट केस मानते हुए एसआर फाइल खोली जाए।
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