कोरोना काल में भूल जाइए, इस साल स्विमिंग पूल में डुबकी नहीं लगा पाएंगे आगरावासी

Smart News Team, Last updated: Fri, 5th Jun 2020, 8:56 PM IST
  • स्वमिंग पूल में सोशल डिस्टेंसिंग के मानक का पालन न हो पाने के चलते इस साल आगरा के सभी स्विमिंग पूल खाली ही पड़े रहेंगे। कोरोना लॉकडाउन की वजह से अब तक स्टेडियम, क्लब, होटल सहित सभी प्राइवेट स्विमिंग पूल खाली पड़े हैं। पूल संचालकों का कहना है कि वह पूल शुरू करके किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं उठा सकते हैं।
प्रतीकात्मक तस्वीर

आगरा, अमित पाठक

अगर आप गर्मी से परेशान हैं और स्विमिंग पूल में डुबकी लगाना चाहते हैं, तो इस साल यह बात भूल ही जाइए। क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से इन चिलचिलाती गर्मियों में लोग स्विमिंग पूल में डुबकियां नहीं लगा पाएंगे, वजह कि स्विमिंग पूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाएगा। स्वमिंग पूल में सोशल डिस्टेंसिंग के मानक का पालन न हो पाने के चलते इस साल आगरा के सभी स्विमिंग पूल खाली ही पड़े रहेंगे। कोरोना लॉकडाउन की वजह से अब तक स्टेडियम, क्लब, होटल सहित सभी प्राइवेट स्विमिंग पूल खाली पड़े हैं। पूल संचालकों का कहना है कि वह पूल शुरू करके किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं उठा सकते हैं।

आगरा शहर में तीन दर्जन से अधिक छोटे-बड़े स्विमिंग पूल हैं। पिछले साल तक सभी पूल अमूमन अप्रैल माह में शुरू हो जाते थे। तैराकी के शौकीन आगरावासी चिलचिलाती धूप की तपिश पूल में डुबकी लगाकर शांत करते थे। एकलव्य स्टेडियम सहित प्राइवेट पूल संचालकों को इससे खासी आमदनी भी होती थी। मगर इस बार कोरोना काल में अप्रैल में पूल शुरू नहीं हो पाए।

सोशल डिस्टेंसिंग है बड़ी वजह

इसकी वजह है कि कोरोना काल में सरकार का जोर सोशल डिस्टेंसिंग पर ज्यादा है। स्विमिंग पूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संभव नहीं है। पूल संचालक रवि कटारा ने कहा कि एक-दूसरे के पास आने से कोरोना फैलने का खतरा रहता है। आगरा के ज्यादातर स्विमिंग पूल ज्यादा बड़े नहीं हैं। एक बार में 20 से 25 लोग पूल में मौजूद रहते हैं। यदि पूल में सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने की कोशिश की गई, तो सबको डुबकी लगवाने के लिए कम से कम 12 घंटे चाहिए। जबकि स्विमिंग पूल सुबह और शाम अधिकतम 3-3 घंटे ही चल सकते हैं।

स्विमिंग पूल जुलाई तक ही होते हैं खुलते हैं

आगरा में सभी स्विमिंग पूल अमूमन मानसून आने तक ही संचालित होते हैं। पूल संचालक प्रवेश राना का कहना है कि अप्रैल में शुरू होकर मानसून की दो-तीन बारिशों तक ही पूल का संचालन होता है। 30 जून तक लॉकडाउन चालू है। जुलाई में भी छूट की संभावना कम है। इस वजह से इस वर्ष पूल खाली ही पड़े रहेंगे।

क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी सुनील चंद्र जोशी ने कहा कि कोरोना काल में स्विमिंग पूल चलाना खतरे से खाली नहीं है। संचालकों को पूल शुरू करने से पहले तमाम अनुमति लेनी होंगी। समय भी बहुत कम बचा है। एकलव्य स्टेडियम का स्विमिंग पूल इस वर्ष नहीं शुरू होगा।

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