आगरा: गुम हो गई रेलवे की 2 किलोमीटर जमीन, 100 साल पुराने कागज ढूंढ रहे अधिकारी

Smart News Team, Last updated: Sun, 6th Sep 2020, 6:43 PM IST
  • आगरा के धौलपुर में जाजऊ रेलवे स्टेशन के पास रेलवे की जमीन खो गई है. दो किलोमीटर जमीन के अधिग्रहण का रिकॉर्ड किसी सरकारी दस्तावेज में नही मिल रहा है. जिसके बाद अब डीएम के आदेश पर रेलवे भूमि अधिग्रहण की 100 साल पुरानी फाइलें खोजेगा.
भारतीय रेलवे

आगरा: आगरा के धौलपुर में मध्य जाजऊ स्टेशन के पास 1316 से 1318 किलोमीटर रेलवे की जमीन ही खो गई है. इस दो किलोमीटर जमीन का रिकॉर्ड कलक्ट्रेट में भी नहीं मिल रहा है. दूसरी तरफ रेलवे द्वारा तीसरी लाइन बिछाने और तार फेसिंग को गांव वालों ने यह कहकर बंद करा दिया है कि ये जमीन ग्राम सभा की है.

दरअसल जुलाई से आगरा-धौलपुर मार्ग पर खेरागढ़ तहसील क्षेत्र के सैंया मौजा स्थित जाजऊ रेलवे स्टेशन यार्ड में तार फेसिंग कार्य आगरा रेल मंडल प्रबंधक कार्यालय करा रहा है. मुंबई के मध्य रेलवे के प्रधान कार्यालय के मुताबिक जाजऊ में 1316 से 1318 किमी तक रेलवे का भूमि प्लान है. इसके लिए दो बार में भूमि अधिग्रहित की गई है. इसमें पहली बार 18 मार्च 1912 और दूसरी बार पांच दिसंबर 1959 में भूमि अधिग्रहित की गई थी. जुलाई में जब रेलवे ने स्टेशन यार्ड में तार फेसिंग शुरू की, तो ग्रामीणों ने विरोध किया. एडीएम प्रशासन से रेलवे द्वारा गलत भूमि पर फेसिंग कराने की शिकायत की. एडीएम प्रशासन निधि श्रीवास्तव की जांच में विवादित भूमि राजस्व रिकॉर्ड में रेलवे के नाम दर्ज नहीं मिली.

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आपको बता दें कि आगरा से धौलपुर तक क्षेत्र पहले मध्य रेलवे के झांसी मंडल में आता था. तब इसका मुख्यालय मुंबई वीटी में था. फिर नए जोन बनने के बाद अब यह क्षेत्र मध्य रेलवे मुख्यालय प्रयागराज के अंतर्गत आता है. ऐसे में जिस भूमि को लेकर विवाद है उसके 1912 और 1959 में हुए अधिग्रहण का रिकॉर्ड व अन्य दस्तावेज रेलवे के पास नहीं मिल रहे. रेलवे को अब राजस्व विभाग से 1959 से पूर्व स्थिति का सत्यापित रिकॉर्ड चाहिए. जिलाधिकारी को भेजे पत्र में मंडल इंजीनियर ने जिले के राजस्व विभाग से अधिग्रहित भूमि के सत्यापन की मांग की है. सत्यापित प्रतिलिपियां जिले के 100 साल पुराने भूमि प्लान से उपलब्ध कराने के लिए कहा है. जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने कहा कि जाजऊ में रेलवे की जमीन का विवाद है. रेलवे ने 100 साल पहले भूमि का अधिग्रहण किया था. जिसके रिकॉर्ड की दोबारा जांच की जा रही है. एडीएम प्रशासन से जांच रिपोर्ट मांगी है.

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