आगरा: टॉयलेट की सफाई के नाम पर घोटाला, नगर निगम ने दिखाया 1.48 करोड़ का खर्च

Smart News Team, Last updated: Thu, 5th Aug 2021, 9:32 AM IST
  • आगरा में बने 156 टॉयलेट में सफाई के नामपर घोटाले का मामला सामने आया है. टॉयलेट में सफाई और संचालन के नाम पर नगर निगम की और से करीब 1.48 करोड़ रुपये का खर्च किये गए हैं. इसके साथ ही नगर निगम ने 156 टॉयलेट में पानी, फिनाइल की गोलियों और स्वच्छता के लिए झाड़ू, ब्लीचिंग पाउडर को लेकर भी खर्च किये हैं.
आगरा में बने 156 टॉयलेट में सफाई के नाम पर घोटाले का मामला सामने आया 

आगरा. आगरा में बने 156 टॉयलेट में सफाई के नामपर घोटाले का मामला सामने आया है. टॉयलेट में सफाई और संचालन के नाम पर नगर निगम ने 1.48 करोड़ रुपये का खर्च बताया है. इसके साथ ही नगर निगम ने 156 टॉयलेट में पानी, फिनाइल की गोलियों और स्वच्छता के लिए झाड़ू, ब्लीचिंग पाउडर का खर्चा भी बताया हैं. दूसरी तरफ जांच में सामने आया है कि आगरा में करीब एक साल से सार्वजनिक शौचालय बंद पड़े हैं और कई शौचालयों में तो लोग दुर्गंध के कारण भी परेशान हैं.

आगरा में बने टॉयलेट्स में नगर निगम की पांच सदस्यीय जांच कमेटी ने निरीक्षण किया और पता लगाने की कोशिश की कि इन शौचालयों का संचालन किस तरह से किया जा रहा है. इस दौरान ही शौचालयों की सफाई के नाम पर किए गए घोटाले की पोल खुल गई. इस मामले को लेकर पार्षदों ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई और ज्योति विकास संस्था, एमएस सर्विसेज, आदर्श सेवा समिति, सीएलसी, ग्राम विकास संस्था पर अर्थ दंड लगाने की मांग की है.

बता दें कि शौचालयों की व्यवस्था की जांच के लिए टीम नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे के निर्देश पर बनाई गई थी. इस कमेटी में शामिल मुख्य अभियंता (विद्युत) संजय कटियार ने ज्योति विकास संस्था की जांच की थी. इसी तरह मुख्य अभियंता बीएल गुप्ता ने एमएस सर्विसेज, अधिशासी अभियंता आरके सिंह ने आदर्श सेवा समिति, सहायक नगर आयुक्त अनुपम शुक्ला ने ग्राम विकास संस्था, पर्यावरण अभियंता राजीव राठी ने सीएलसी और अधिशासी अभियंता आशीष शुक्ला ने सुलभ इंटरनेशनल की जांच की.

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