आगरा डॉक्टर योगिता गौतम मर्डर केस: मां और भाई ने हाथ जोड़े पर नहीं पसीजी पुलिस

Smart News Team, Last updated: Thu, 20th Aug 2020, 2:51 AM IST
  • आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की पीजी पास छात्रा डॉक्टर योगिता गौतम के मर्डर केस में पुलिस अब भले कानपुर, जालौन और आगरा में कई टीम लगाकर आरोपी विवेक तिवारी को पकड़ रही हो और उनकी कार कानपुर से जब्त करके ला रही हो लेकिन बुधवार की शाम तक योगिता के भाई और मां के रोने-गिरगिराने तक का उन पर कोई असर नहीं हुआ.
डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या के केस में परिवार की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर विवेक तिवारी को हिरासत में ले लिया है. आगरा में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी विवेक तिवारी से पूछताछ कर रहे हैं.

आगरा. आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की पीजी पास छात्रा डॉक्टर योगिता गौतम के मर्डर केस में अब भले यूपी पुलिस कानपुर से लेकर जालौन तक हरकत में दिख रही है लेकिन आगरा पुलिस ने योगिता की मां और भाई की शिकायत को बुधवार की शाम तक बहुत ही हल्के में लिया. ये दोनों पुलिस थाने में रोते-गिरगिराते रहे लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी. पुलिस की आंखें तब खुली जब बुधवार की सुबह से पोस्टमार्टम हाउस में पड़े एक अज्ञात युवती के शव की पहचान परिवार ने शाम में योगिता के रूप में की.

डॉक्टर योगिता गौतम की मां आशा गौतम और भाई डॉक्टर मोहिंदर कुमार गौतम के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. भाई मोहिंदर ने कहा कि जैसा उनके साथ हुआ है, किसी और के साथ नहीं होना चाहिए. उन्होंने बताया कि उनकी फैमिली बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे एमएम गेट थाना पहुंच गई थी लेकिन शाम छह बजे तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. शाम में जब शव की पहचान हुई तो पुलिस घबरा गई और आनन-फानन में प्राथमिकी दर्ज की गई.

डॉक्टर योगिता गौतम मर्डर: रात भर योगिता की मां को फोन कर अनजान बनता रहा विवेक तिवारी

डॉक्टर मोहिंदर गौतम ने बताया कि वह मां आशा गौतम के साथ मंगलवार रात साढ़े नौ बजे तक आगरा आ गए थे. बुधवार सुबह थाना पहुंचे और पुलिस को बताया कि बहन का अपहरण हो गया है. सीसीटीवी फुटेज में कोई कार वाला बहन को खींचकर ले जाता दिख रहा है. पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी और इंतजार करने को बोला.

आगरा डॉक्टर योगिता गौतम मर्डर केस: शादी के लिए दबाव देता था विवेक तिवारी

फिर मां के साथ मोहिंदर गौतम एसएन मेडिकल कॉलेज गए और वहां विभागाध्यक्ष से मिले. वहां उन्हें बताया कि योगिता लापता हैं तो विभागाध्यक्ष ने कहा कि पुलिस के पास जाएं. वह कुछ नहीं कर सकतीं. मोहिंदर ने बताया कि उनकी बहन की पिछले दिनों सबने तारीफ की थी क्योंकि बहन उस टीम में शामिल थी जिसने कोविड महिला मरीज की सफल डिलीवरी कराई थी. 

डॉक्टर योगिता गौतम मर्डर केस: शाम को आगरा में था आरोपी विवेक तिवारी

मोहिंदर फिर मां को साथ लेकर एमएम गेट थाना पहुंच गए और हाथ जोड़कर वहीं बैठे रहे. शाम साढ़े पांच बजे उन्हें किसी सिपाही ने बताया कि एक अज्ञात युवती का शव मिला है जो पोस्टमार्टम हाउस में है, उसे भी जाकर देख लो. जब मोहिंदर शव देखने पहुंचे तो उनके पांव तले की जमीन खिसक गई क्योंकि वो उनकी बहन योगिता की डेड बॉडी थी.

डॉक्टर योगिता गौतम मर्डर केस ने पुलिस में तालमेल के दावे की पोल खोल दी

योगिता का शव सुबह ही डौकी में अज्ञात युवती के तौर पर मिला था. पहचान नहीं हुई थी लेकिन शव को उसी एमएम गेट थाना क्षेत्र स्थित पोस्टमार्टम हाउस में भेजा गया था जहां सुबह साढ़े नौ बजे योगिता के भाई अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे. 

आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज की डॉ. योगिता गौतम की हत्या, सीनियर पर केस

पोस्टमार्टम हाउस आए शव की जानकारी एमएम गेट पुलिस को होती तो डॉक्टर योगिता की पहचान सुबह ही हो जाती. अगर एक सिपाही ने अज्ञात शव को भी देख लेने के लिए योगिता के भाई से पोस्टमार्टम हाउस जाने नहीं कहा होता तो यह मामला अब भी पुलिसिया रौब और रवैए की भेंट चढ़ा होता.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें