कोरोना कहर के बीच आगरा में तपती गर्मी की मार, नहीं कोई राहत का आसार
- आगरा में तपती गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। शनिवार को थोड़ी बूंदाबांदी को देखने को मिली लेकिन रात में उमस बनकर गर्मी लौट गई।

आगरा. कोरोना के कहर के बीच ताजनगरी आगरा में गर्मी की हाहाकार जारी है। शनिवार को आगरा में प्रदेश का दूसरा सबसे गर्म दिन रहा। उमस की वजह से लोगों का पसीना तक नहीं रुक रहा है। शनिवार को हुई हल्की बारिश के बाद बादलों की आमद और बूंदाबांदी की संभावनाएं खत्म हो गई हैं। कहा जा तो ये जा रहा है कि लोगों को अब कई दिनों तक ऐसा ही मौसम झेलना पड़ सकता है।
हालांकि, शनिवार को आगरा का अधिकतम तापमान थोड़ा सामान्य रहा और शुक्रवार से थोड़ा कम होकर 41.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। लेकिन न्यूनतम तापमान में जरूर बढ़ोत्तरी हुई। जिले का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस बढ़कर 29.7 डिग्री पहुंच गया। इसका सीधा मतलब है कि आगरा में दिन में गर्मी की मार रहेगी ही रात में भी लोगों को सुकून नहीं मिलेगा।
गर्मी की मार इतनी ज्यादा है कि लगातार एसी और कूलर चलाने की जरूरत है। अगर एसी या कूलर नहीं चल रहा तो पंखे में लोगों का पसीना सही से रुकने का नाम नहीं ले रहा। जिले के खुले स्थानों पर उमस पसीने छुड़ाने वाली है। छांव में आराम मिलना मुश्किल है। उमस का अधिकतम प्रतिशत 73 आंका गया है। दूसरी ओर मौसम विभाग ने पहले 14 जून से मौसम में बदलाव के संकेत दिए थे जो अब नहीं है। विभाग का कहना है कि बादलों की आवाजाही तो रहेगी लेकिन बारिश होने के आसार काफी कम हैं।
उत्तर प्रदेश के सबसे गर्म जिले
शनिवार को यूपी के आगरा की चिलचिलाती धूप और गर्मी के बाद झांसी 41.2 डिग्री के साथ दूसरे स्थान पर रहा। वहीं हरदोई में 39.0 तो इलाहाबाद में 38.7 और फुर्सतगंज में 38.5 डिग्री टेम्परेचर रिकार्ड किया गया।
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