आगरा: सड़क व नाले के निर्माण के लिए धरने पर बैठी महिला की मौत, 81 दिनों से चल रहा प्रोटेस्ट
- आगरा में पक्के सड़क और नाले के निर्माण के लिए धरने पर बैठी 48 वर्षीय महिला की मौत हो गयी. आगरा के थाना मलपुरा क्षेत्र में सिरौली, धनौली, अजीजपुरा में 81 दिनों से प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन चल रहा है. फिलहाल पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से दर्दनाक खबर सामने आ रही है. आगरा में पक्के सड़क और नाले के निर्माण के लिए धरने पर बैठी 48 वर्षीय महिला (रानी देवी) की मौत हो गयी. आगरा के थाना मलपुरा क्षेत्र में सिरौली, धनौली, अजीजपुरा में 81 दिनों से प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन चल रहा है. लोगों की मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द पक्के सड़क का निर्माण कराए. साथ ही नाले का निर्माण भी करवाये. लेकिन करीब करीब 3 महीने बीत जाने के बाद भी अबतक प्रशासन की ओर से न तो कोई आश्वासन दिया गया और न ही कोई कार्रवाई की गई. जबकि महिला की मौत होने पर पुलिस ने महिला का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
आगरा के विकास नगर की निवासी रानी देवी के बेटे नीरज ने बताया कि, " मैंने अपनी मां से कहा था कि रात को प्रोटेस्ट स्थल पर मत जाओ, लेकिन वह जिद पर अड़ी थी. शनिवार की रात वो वहां सो गई और अगले दिन सुबह जब मैं चाय देने गया तो उसका शरीर ठंडा था और वो मर चुकी थी. हमने आनन फानन में डॉक्टर को बुलाया. डॉक्टर ने भी मां को मृत घोषित कर दिया. नीरज ने कहा कि मां की मौत के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है.
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मालूम हो कि यह धरना प्रदर्शन 13 अक्टूबर से चल रहा है जिसमें रानी देवी लगातार शामिल होती रही हैं. 13 अक्टूबर को कीर्ति देवी सहित कई महिलाओं पुरुषों ने संयुक्त रूप से यह धरना शुरू किया था. वहीं धरना स्थल पर रानी देवी की मौत से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. लोग इसका पूरा जिम्मेदार प्रशासन को ठहरा रहे हैं. जिसपर एसडीएम लक्ष्मी एंन ने कहा कि, " शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, हम परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से कुछ आर्थिक सहायता और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत लाभ देने का प्रयास करेंगे."
वहीं डीएम प्रभु सिंह ने कहा कि, "धनौली और आसपास के क्षेत्रों के लिए 43 करोड़ रुपये के विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं. स्थानीय लोगों की मांग के बाद सड़कों का निर्माण शुरू किया गया था. पहले जलभराव को साफ करने के लिए अस्थायी व्यवस्था की गई थी, अब स्थायी जल निकासी व्यवस्था को उपयुक्त विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं. वहीं मृतक महिला परिवार को सहायता प्रदान की जाएगी. "
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