आगरा में प्रदूषण से बढ़े अस्थमा के मरीज, ताजमहल के पास जमा हुए धूल के कण

Smart News Team, Last updated: Tue, 10th Nov 2020, 3:24 PM IST
  •  प्रदूषण से आगरावासियों को ना केवल सांस लेने में परेशानी हो रही है यहां अस्थमा के मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं. बढ़ते प्रदूषण के कारण आगरा में अस्थमा मरीजों की संख्या रोजाना 60 सामने आ रही है.
आगरा में प्रदूषण के कारण बढ़े अस्थमा के मरीज

आगरा: आगरा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. चारों तरफ जारी निर्माण कार्य को लेकर प्रदूषम के स्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. इस प्रदूषण से आगरावासियों को ना केवल सांस लेने में परेशानी हो रही है यहां अस्थमा के मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं. हैरान करने वाली बात तो यह है कि आगरा के सरकारी मेडिकल कॉलेज में जहां ओपीडी में अस्थमा के करीब 15 से 20 मरीज रोज आते थे तो वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 60 तक पहुंच गई है.

आगरा में बढ़ते प्रदूषण को लेकर चिकित्सकों ने बताया कि हवा में खतरनाक गैस और धूल के कण ने लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. दो से तीन घंटे खुले में रहने पर भी यहां लोगों की हालत काफी बिगड़ रही है. इतना ही नहीं, लोगों को सांस लेने में परेशानी और गले में खराश जैसी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है. अस्थमा-सांस रोगियों का मर्ज बिगड़ रहा है. बढ़ते प्रदूषण के कारण रोजाना अस्थमा अटैक के तीन से पांच मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करना पड़ रहा है.

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इस बारे में बात करते हुए सांस रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि पांच-सात दिन से प्रदूषण में हुई वृद्धि से अस्थमा के पुराने मरीजों की तबीयत बिगड़ी हुई मिली. ऐसे में इनकी डोज बढ़ाई गई है. वहीं, प्रदूषण के कारण स्वस्थ लोगों के सीने में जकड़न, छींक, खराश जैसी परेशानी मिल रही है. आगरा में धूल और धुआं लोगों में एलर्जी भी पैदा कर रहा है, जिससे खांसी, जुकाम और खराश के मरीज भी दोगुने हो गए हैं.

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