आगराः बैंक हड़ताल से कारोबार पर असर, पहले दिन 200 करोड़ रुपए का लेन-देन प्रभावित

आगरा. सरकार के बैंकों के निजीकरण के फैसले के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर दो दिन की हड़ताल के पहले दिन का असर सोमवार को आगरा के बैंकों में भी दिखा. हड़ताल के पहले आगरा में बैंकों की 426 शाखाओं के शटर नहीं खुले हैं. जिसके चलते आगरा में 200 करोड़ रुपए का लेन-देन प्रभावित हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार, निजी बैंकों की 59 शाखाएं खुल रहीं.
आगरा में ऑल इंडिया नेशनलाइज्ड बैंक ऑफ ऑफिसर्स फेडरेशन के तहत सिकंदरा आवास विकास काॅलोनी में केनरा बैंक के सामने हड़तालियों ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आगरा में बैंकों के लेन-देन पर तो असर पड़ा ही इसके अलावा हड़ताल की वजह से 300 से ज्यादा एटीएम मशीनों में नकदी की किल्लत हो गई है.
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हड़ताल के बारे में अंकित सहगल ने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों ने निस्वार्थ सेवा की है. सरकार की प्रत्येक योजना को शिद्दत के साथ पूरा किया गया है. उन्होंने कहा कि जनधन खाते खोलने में पूरी ताकत लगा दी है जबकि निजी बैंकों ने समाज की मदद के बजाय मुनाफे पर ध्यान दिया है. इसके अलावा यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले एलआईसी बिल्डिंग परिसर में प्रदर्शन हुआ.
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प्रदर्शन करने वाले वक्ताओ ने कहा कि सरकारी बैंकों में जमा पब्लिक की गाढ़ी कमाई पर कॉरपोरेट की निगाह है. इसकी रक्षा करना जरूरी है. मिली जानकारी के अनुसार, लगातार दो दिन के बैंकिंग अवकाश के बाद की गई हड़ताल में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी प्रभावित हुए हैं. जिन लोगों ने 12 मार्च को चेक लगाए थे, उनके लिए ये हड़ताल मुसीबत का सबब बनी हुई है.
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