आगरा न्यूज: कोरोना ने बदला सरकारी दफ्तरों का माहौल, लोगों में बढ़ीं 'दूरियां'

Smart News Team, Last updated: Wed, 3rd Jun 2020, 6:59 PM IST
  • कम आ रहे हैं सरकारी बाबू लॉकडाउन के पांचवें चरण में भले ही सरकारी दफ्तरों को खोलने के आदेश दे दिए गए हैं, मगर अब भी लोग कम ही आ रहे हैं। ज्यादातर दफ्तरों में फाइल संबंधी काम के निस्तारण पर जोर दिया जा रहा है।
कोरोना संकट ने सराकारी दफ्तरों का बदल दिया माहौल

कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है, मगर इस बीच जन-जीवन को पटरी पर लाने के लिए लॉकडाउन में छूट की कवायदें लगातार तेज हो रही हैं। कोरोना संकट के बीच अनलॉक वन के तहत सरकारी कार्यालयों से लेकर बाजार खुलने लगे हैं। मगर कोरोना वायसर का खौफ लोगों के मन में बना हुआ है। सरकारी कार्यालय भले ही खोल दिए गए हैं, मगर माहौल बदला हुआ है। कोरोना संकट ने लोगों के मिलने-जुलने, रहने-उठने बैठने और दफ्तर में लोगों से मिलने तक के आव-भाव को बदलकर रख दिया है। अब दफ्तरों में पहले की तरह अधिकारी और कर्मचारी सीधे लोगों से नहीं मिल रहे हैं। दफ्तरों में कक्षों के गेट बंद रखे जा रहे हैं तो परिचितों से भी दूरियां बनाई जा रही हैं।

कम आ रहे हैं सरकारी बाबू

लॉकडाउन के पांचवें चरण में भले ही सरकारी दफ्तरों को खोलने के आदेश दे दिए गए हैं, मगर अब भी लोग कम ही आ रहे हैं। ज्यादातर दफ्तरों में फाइल संबंधी काम के निस्तारण पर जोर दिया जा रहा है।

आगरा के माध्यमिक शिक्षा विभाग: शिक्षा भवन में संयुक्त शिक्षा निदेशक और डीआईओएस कार्यालय के साथ लेखा विभाग भी हैं। यहां पर पहले शिक्षकों और बाबुओं की भीड़ काम के लिए लगी रहती थी। मगर अब माहौल और रंग-रूप पूरी तरह से बदला-बदला सा नजर आता है। अब कर्मचारी बैठे नजर आते हैं। कोई शिकायत लेकर आता है, तो उसे दूर से ही लिया जा जाता है।

थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर की व्यवस्था

इतना ही नहीं, जेडी कक्ष में अंदर घुसने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है और फिर उस शक्स को सैनेटाइज भी। हर कर्मचारी ने अपनी टेबल पर सैनेटाइजर की बोतल रखना शुरू कर दिया है और दफ्तर में पूरी तरह से एहतियात बरत रहे हैं। कोई भी कोरोना संक्रमण को लेकर किसी तरह का खतरा नहीं झेलना चाहता है। कर्मचारियों का मानना है कि अपनी सुरक्षा अपने हाथ है। फाइल और शासन निर्देश वाले कार्य अधिक हो रहे हैं। लोग कम संख्या में कार्यालय आ रहे हैं।

आरटीओ में अभी लाइसेंस का काम नहीं

संभागीय परिवहन विभाग (आरटीओ) में हर काम पब्लिक से जुड़ा हुआ है। इस वजह से लाइसेंस का कार्य शुरू नहीं किया गया है क्योंकि लाइसेंस के लिए सबसे अधिक भीड़ लगती है। उसे संभालना आसान नहीं होगा। कार्यालय में रजिस्ट्रेशन, परमिट और टैक्स संबंधी कार्य हो रहे है। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर दोनों परिसर में सैनेटाइजर की मशीन लगी हुई है। पहले लोग अपने हाथों को मशीन से सैनेटाइज करते हैं, उसके बाद खिड़की पर काम लेकर जाते हैं। पहले कक्षों के अंदर तक लोगों की भीड़ लगी रहती थी लेकिन अब बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। एआरटीओ (प्रशासन) एके सिंह ने बताया कि हर सावधनी बरती जा रही है। लोगों की भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जा रही।

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