कोरोना टास्क फोर्स का खुलासा: कोविड -19 के इलाज को अस्पताल देने में आनाकानी
- कोरोना काल में कोविड-19 का इलाज करने के लिए अस्पताल देने में लोग आनाकानी कर रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी कस्बों में आ रही है।

कोरोना काल में कोविड-19 का इलाज करने के लिए अस्पताल देने में लोग आनाकानी कर रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी कस्बों में आ रही है। प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार निजी अस्पताल के संचालकों के साथ बात कर रहे हैं। कोरोना टास्क फोर्स के सर्वे में बेडों की संख्या बढ़ाने की बात सामने आई है।
जिला प्रशासन को निजी अस्पतालों की मदद की दरकार है। उनसे कहा जा रहा है कि वे अपने अस्पतालों में कोविड के मरीजों के इलाज के लिए जरूरी इंतजाम कर लें। मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ की नियुक्तियां कर ली गई हैं। इसलिए इलाज में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी। वे अपना अस्पताल कोविड के मानकों के अनुरूप सुविधाओं वाला करके दे दें। इस काम में सबसे ज्यादा परेशानी कस्बों में आ रही है। वहां के अस्पताल संचालक तैयार नहीं हो रहे हैं।
कोरोना टास्क फोर्स को तीन से चार हजार बेड की व्यवस्था तैयार करके रखनी है। इसमें एल-1, एल-2 और एल-3 स्तर की सुविधा वाले अस्पतालों की जरूरत होगी। इसी पर लगातार मंथन चल रहा है। निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि एक सप्ताह में जरूरत के अनुसार अस्पताल चिन्हित कर लिए जाएंगे। सभी निजी अस्पताल संचालकों को बताया गया है कि महामारी में उनके सहयोग की जरूरत है। कुछ लोग तैयार हैं। जो लोग अभी तैयार नहीं हैं, वे भी मान जाएंगे।
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