जानें कैसे ताजनगरी में पहले से अधिक बढ़ गया कोरोना का खतरा, 10 दिन होंगे अहम
- कोरोना लॉकडाउन में भले ही रियायतें दी जा रही हैं और अनलॉक वन जारी है, मगर इसका मतलब यह नहीं कि कोरोना वायरस का खतरा टल गया है। कोरोना संकट के बीच ताजनगरी भी लॉकडाउन से अनलॉक हो चुकी है, मगर संक्रमण का खतरा अब भी पहले की तरह ही बना हुआ है।

कोरोना लॉकडाउन में भले ही रियायतें दी जा रही हैं और अनलॉक वन जारी है, मगर इसका मतलब यह नहीं कि कोरोना वायरस का खतरा टल गया है। कोरोना संकट के बीच ताजनगरी भी लॉकडाउन से अनलॉक हो चुकी है, मगर संक्रमण का खतरा अब भी पहले की तरह ही बना हुआ है। कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा पुलिस-प्रशासन को पहले से ज्यादा सता रहा है। पुलिसवालों की मानें तो लॉकडाउन में जितना कोरोना वायरस के फैलने के खतरा नहीं था, जितना अब बढ़ गया है।
पहले से ज्यादा संक्रमण का खतरा
आगरा के पुलिस कर्मी अब पहले से ज्यादा भयभीत नजर आ रहे हैं। उनकी नजर में पहले संक्रमण का खतरा इतना अधिक नहीं था। सड़क पर पुलिस और मीडिया के अलावा कोई नहीं रहता था, मगर अब सड़कों पर भीड़ है। इनमें से कौन संक्रमित है और कौन नहीं, यह न तो किसी को पता है और न ही इसकी पहचान करना आसान है। जब लॉकडाउन था तब भी कई पुलिसवाले संक्रमित हो गए थे। अब क्या होगा। इसलिए विशेष सावधानी की जरूरत है। यही वजह है कि आगरा के एसएसपी ने पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के लिए कुछ बदलाव किए हैं, जिन पर अमल भी शुरू हो गया है।
अगले दस दिन होंगे अहम
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अब संक्रमण का खतरा ज्यादा है। आने वाले दस दिन यह तय करेंगे कि ताजनगरी में कोरोना की रफ्तार क्या और कैसी रहेगी। कोरोना के खतरे को देखते हुए शुरू में लॉकडाउन हुआ, जांच हुए और उसके बाद भी दनादन केस मिले। दस पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित हुए। एक पुलिस कर्मी की मौत हुई। वर्तमान में तीन पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित हैं। तीनों आइसोलेशन में हैं। शाहगंज का सिपाही लोगों को खाना बांटने का काम करता था। संक्रमित हो गया। पुलिस लाइन के रिक्रूट ने बाजार से फल खरीदकर खाए थे। उसमें संक्रमित हुआ। वहीं लोहामंडी थाने के सिपाही ने बाजार से सामान खरीदने में लापरवाही बरती थी। वह संक्रमित हुआ।
थाने पर आने वालों के लिए भी नियम
एसएसपी के मुताबिक, अभी तक सड़कों पर भीड़ नहीं थी। पुलिस को सिर्फ बैरियर पर ड्यूटी देनी थी। अब सड़कों पर भीड़ है। झगड़े भी होंगे और चोर-बदमाश भी सक्रिय रहेंगे। ऐसे में पुलिस कर्मियों को बेहद चौकन्ना रहने की जरूरत है। एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए थे कि कोई आगंतुक थानों के अंदर सीधे प्रवेश नहीं करेगा। थानों के गेट पर एक पुलिस कर्मी मेज कुर्सी डालकर बैठेगा। जो भी आएगा उससे पहले कारण पूछा जाएगा। समस्या सुनने के बाद संबंधित चौकी प्रभारी को बताया जाएगा। मामला गंभीर होगा तो थाना प्रभारी पीड़ित से खुद बात करेंगे। उसके साथ जाएंगे। बिना मास्क लगाए कोई वाहन चेकिंग नहीं करेगा। वाहनों के कागज हाथ में लेकर चेक नहीं करेगा। हाथ में कोई भी कागज लेगा तो तत्काल अपने हाथ सेनेटाइज करेगा। बाजार में गश्त के दौरान किसी भी दुकान पर नहीं बैठेंगे। किसी भी जगह कुछ नहीं खाएंगे। प्यास भी लगेगी तो सील बंद बोतल लेकर ही उससे पानी पीएंगे। बाजार में कोई चाय नहीं पीएगा। फल नहीं खाएगा।
क्या-क्या बोले पुलिस कर्मी-
- पुलिस कर्मियों ने बताया कि अभी तक सड़कें खाली थीं। अब पूरा ट्रैफिक है।
- गाड़ी सीज करने पर पुलिस कर्मी ही चलाकर खड़ी करने जाते हैं।
- बिना मास्क पहने व्यक्ति का चालान करें तो जुर्माना लेना ही पड़ता है।
- कहीं विवाद हो रहा हो तो लोगों को पकड़कर दूर करना पड़ता है।
- कहीं कोई चोर या बदमाश आ जाए तो उसे पकड़ना ही पड़ेगा।
- कोई प्रार्थना पत्र लेकर आए तो हाथ में लेकर पढ़ना ही पड़ता है।
- प्रार्थना पत्र न देखने पर लोग आरोप लगाएंगे पुलिस ने भगा दिया।
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