आगरा: गरीब महिला के खाते से साइबर ठगों ने उड़ाई सालों की जमापूंजी, निकाले 1.10 लाख रुपए

Smart News Team, Last updated: Fri, 13th Aug 2021, 3:12 PM IST
  • आगरा के सिकंदरा में साइबर ठगों ने विधवा महिला का एटीएम कार्ड बदलकर 1.10 लाख रुपये निकाल लिये. पीड़ित महिला ने दो बेटियों की शादियों के लिए कई सालों से पाई-पाई जोड़कर रकम का इंतजाम किया था.
आगरा में एटीएम कार्ड बदलकर विधवा महिला के खाते से निकाले 1.10 लाख रुपये.( सांकेतिक फोटो )

आगरा. ताजनगरी आगरा के बाईं का बाजार, सिकंदरा में एक गरीब परिवार साइबर अपराध का शिकार हो गया. अपराधियों ने एटीएम कार्ड बदलकर विधवा और गरीब महिला के खाते से 1.10 लाख रुपये निकाल लिए. महिला ने दो बेटियों की शादियों के लिए कई सालों से पाई-पाई जोड़कर रकम जुटाई थी. आपराधियों ने एक जटके में पूरा खाली कर दिया. इस वारदात का जैसे ही पीड़िता को पता चल उसके होश उड़ गए, वह बीमार हो गई है. समझ नहीं पा रही है कि अब क्या होगा. बेटियों की शादी कैसे करेगी. पूरा परिवार परेशान है. गुरुवार को राजकुमारी, अंकित और उनकी बड़ी बहन मिथलेश सिकंदरा थाने जाकर पुलिस को घटना की जानकारी दी. पुलिस आरोपियों की तलाश के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है. मामला साइबर अपराध का है.

दरअसल चार अगस्त को पीड़ित महिला का बेटा अंकित सिकंदरा तिराहे पर एटीएम से दस हजार रुपये निकालने आया था. एटीएम में तीन युवक पहले से मौजूद थे. अंकित के अनुसार एटीएम से कैश नहीं निकला. वहां खड़े एक युवक ने कहा कि एटीएम कार्ड पर धूल जम गई होगी. बरसात के मौसम में कार्ड साफ करके डालना चाहिए. उसने अंकित के हाथ से कार्ड ले लिया और उसे अपनी शर्ट पर रगड़कर साफ किया. फिर कार्ड अंकित के हाथ में थमा दिया. पीड़ित परिवार का आरोप है की शातिरों ने इस दौरान अंकित का एटीएम अपने पास रख लिया और उसे दूसरा एटीएम कार्ड थमा दिया. अंकित ने भी कार्ड पर ध्यान नहीं दिया नाहीं कार्ड के ऊपर लिखा नाम देखा. अंकित कार्ड लेकर घर लौट आया. पांच अगस्त को उसने मोबाइल पर आए मैसेज चेक किया तो होश उड़ गए. खाते से 1.10 लाख रुपये निकल चुके थे. उसने यह बात अपनी मां और बहनों को बताई. बात सुनते ही मां चक्कर खाकर गिर पड़ी, लागतार रो रही है,खाना तक नहीं खा रही है.

आगरा: 43 लाख की लूट मामले में ट्रेड टैक्स के दो फरार अधिकारी पर 50 हजार का इनाम

बाईं का बाजार, सिकंदरा निवासी राजकुमारी के पति का देहांत हो चुका है. बेटा अंकित फैक्टरी में मजदूरी करता है. सात बेटियां हैं, पांच की शादी हो चुकी है.राजकुमारी पिछले कई सालों से पाई-पाई जोड़ रहीं थीं. ताकि बेटियों की शादी में कोई दिक्कत नहीं आए. लेकिन आपराधियों ने उनकी सारा जमा पूंजी एक झटके में उनके खाते को खाली कर दिया.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें