सावधान: सस्ते लोन और जल्दी नौकरी का लालच पड़ सकता है भारी, ऐसे हो जाएंगे साइबर ठगी के शिकार

Swati Gautam, Last updated: Tue, 7th Sep 2021, 1:23 PM IST
  • अगर आपको कोई जल्दी नौकरी दिलवाने या कम ब्याज पर अच्छे लोन की स्कीम दिलवाने का लालच दे तो जरा सतर्क रहिए. यूपी के आगरा में साइबर ठगों का एक गैंग एक्टिव है जो अलग अलग तरीके से लोगों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
सावधान: सस्ते लोन और जल्दी नौकरी का लालच पड़ सकता है भारी, ऐसे हो जाएंगे साइबर ठगी के शिकार (फाइल फोटो)

आगरा. यूपी के आगरा जिले में आजकल साइबर ठगों के गैंग एक्टिव हैं. ये गैंग रोजगार, नौकरी और लोन दिलाने के नाम पर लोगों को लगातार अपना शिकार बना रहे हैं. इनका क्राइम करने का अंदाज ऐसा है कि भोला भाला आम आदमी आसानी से इनकी बातों में आ जाता है. शनिवार को भी यूपी पुलिस एसटीएफ के हत्थे एक शातिर हत्थे चढ़ा है जिससे पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए. नौकरी और लोन का झांसा देकर ठगी करने वाला शातिर गैंग शहर में सक्रिय है. गैंग में काम करने वाली ज्यादातर युवतियां है जो कॉल सेंटर से कॉल करती हैं और लोगों को ठगी का शिकार बनाती हैं. 

आगरा एसटीएफ इस ठगी करने वाले गैंग को राडार पर लिया है. एसटीएफ अब तक इन गैंग के पांच शातिरों को गिरफ्तार भी कर चुका है. ये ठग लोन के लिए दस्तावेजों सहित फाइल चार्ज के नाम पर ऑनलाइन पैसा भी वसूल करते हैं. आगरा में एक्टिव ये गिरोह अंतर्राज्यीय ठगी करते हैं. जल्दी और कम ब्याज का झांसा देकर देश के दूसरे राज्यों के लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाते हैं. शनिवार को एसटीएफ के हत्थे चढ़े एक शातिर से पूछताछ की तो पता चला कि ये गैंग दूसरे राज्यों का डाटा खरीदता है. जिसके बाद कॉल करवा कर सस्ते ब्याज का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाता हैं.

आगरा मेट्रो ट्रैक के 50 मीटर की दूरी पर नया मकान बनाने को लेनी होगी मंजूरी

कॉल करने की मिलती है सैलरी

एसटीएफ ने बताया कि ठगी के लिए कॉल युवतियों से करवाई जाती है और इन युवतियों को भी पता होता है कि वो किस लिए कॉल कर रही हैं. जिस काम के लिए युवतियों को सैलरी भी दी जाती हैं. एक दिन में 300 कॉल का टारगेट दिया जाता है. एक समय में दस युवतियां काम करती है जिस हिसाब से एक दिन में तीन हजार कॉल की जाती हैं. एसटीएफ को गैंग के पास से रजिस्टर मिले हैं जिसमें तकरीबन एक हजार नाम लिखे हैं. इन रजिस्टर में ही करोड़ों रूपए की ठगी का भी हिसाब है.

कैसे बनाते हैं ठगी का शिकार

गैंग के सदस्य नौकरी व सस्ते लोन के लिए लोगों को कॉल करते हैं. जिसके लिए शातिर प्राप्त डाटा का इस्तेमाल करते हैं, वहीं कुछ सदस्य लोगों की सोशल मीडिया प्रोफाइल खंगालते हैं. कॉल करने के साथ ही उनकी पूरी जानकारी कर लेते हैं. फिर बातों में फंसाकर कई नाम पर पैसे ऐंठने शुरू कर देते हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें