बहू रोज सास को मारती-पीटती, मजबूर बेटे से देखा न गया तो आश्रम छोड़ आया

Smart News Team, Last updated: Tue, 2nd Jun 2020, 9:10 PM IST
  • आगरा में पत्नी के डर से एक पति इतना मजबूर हो गया कि उसे अपनी मां को अश्रम में छोड़कर आना पड़ा। 20 पहले पति की मौत, बेटे के बड़े होने और उसकी शादी के बाद सुकून से जीवन बिताने के सपने देखने वाली मां आंखों में आंसू लिए आश्रम में रहने को मजबूर है।
Old Age home (File Photo)

जिस मां ने नौ महीने गर्भ में रखा, जिंदगी दी, चलना सिखाया और काबिल बनाया, उसी मां को बुढ़ापे में उसका बेटा आश्रम में छोड़ आए तो कैसा लगेगा? मां की ममता का कोई बेटा भला कैसे कर्ज चुकाएगा, जब वह पत्नी के डर से इंसानियत ही भूल गया हो। पत्नी का खौफ एक बेटे में ऐसा छाया कि उसने अपनी मां के त्याग की परवाह भी नहीं की और उसने बूढ़ी मां को आश्रम में छोड़ दिया। दरअसल, आगरा में पत्नी के डर से एक पति इतना मजबूर हो गया कि उसे अपनी मां को अश्रम में छोड़कर आना पड़ा। 20 पहले पति की मौत, बेटे के बड़े होने और उसकी शादी के बाद सुकून से जीवन बिताने के सपने देखने वाली मां आंखों में आंसू लिए आश्रम में रहने को मजबूर है।

बहू ने घर से निकालने को किया मजबूर

एक बेटा अपनी मां को पत्नी के डर से कैलाश के जंगल में छोड़कर चला गया। मां भटकते-भटकते आश्रम तक पहुंची। कई दिनों से भूखी-प्यासी बुजुर्ग महिला बेटे के व्यवहार से बिल्कुल टूट गई है। आश्रम संचालक शिव प्रसाद शर्मा ने बेटे से फोन पर पूछा तो उसने जानकारी दी। उसने कहा, मेरी पत्नी मेरी मां को अपने साथ रखना नहीं चाहती है। वह कहती है कि अगर तुम्हारी मां इस घर में रहेगी , तो मैं इस घर में नहीं रहूंगी और तुमको भी इस घर से निकाल दूंगी।'

मेरी पत्नी मां को मारती-पीटती है

बेटा फोन पर ही आगे बताता है, मेरी पत्नी ने कहा कि अपनी मां को यहां से लेकर जा और कहीं भी छोड़ कर आ। मैं जब घर से बाहर होता हूं तो वह मेरी मां को बहुत ही बुरी तरह से पीटती हैं। यह सब मुझसे देखा नहीं जाता है इसलिए मैं अपनी मां को आश्रम में छोड़ना चाहता हूं। जब आश्रम की काउंसलर ने उसकी मां से बातचीत की तो उसकी मां ने बताया कि मेरे बेटे की शादी आज से 1 साल पूर्व हुई थी। मेरी पुत्रवधू मुझे आए दिन बहुत बुरी तरह से मारती-पीटती है।

मेरे बेटे की मजबूरी है

बुजुर्ग महिला ने जानकारी दी कि मेरे पति का स्वर्गवास आज से करीब 20 साल पहले हो चुका है। मैंने बहुत ही कष्टों से अपने बेटे को पाला है। मैं अपने बेटे को कष्ट देना नहीं चाहती हूं। मेरी पुत्र वधू का कहना है कि यदि मैं उसके साथ अधिक समय तक और रही तो वह मुझे जान से मार देगी। बेटे का कहना है कि मेरी मजबूरी है इसलिए मां को आश्रम छोड़ दिया। वहीं आश्रम के संचालक ने महिला से कानूनी कार्रवाई के लिए बोला, तो उसने मना कर दिया।

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