इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना है ताजमहल, 373 सालों से दुनिया को दे रहा प्यार का पैगाम

Swati Gautam, Last updated: Wed, 15th Sep 2021, 1:56 PM IST
  • दुनिया में कितने भूकंप, बाढ़, तूफान, बिजली गिरे लेकिन प्यार के प्रतीक ताजमहल 373 साल से इंजीनियरिंग के बूते बुलंदी से खड़ा है. देशभर के इंजीनियर ताज महल को सहेजने की मुहिम में लगे हुए हैं.
इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना है ताजमहल, 373 सालों से दुनिया को दे रहा प्यार का पैगाम (फाइल फोटो)

आगरा. ताजमहल जाने का सपना हर कोई देखता है. आपको मालूम होगा की इस महल को शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज के लिए बनवाया था. प्यार के प्रतीक के रूप में देखे जाने वाले ताजमहल की गिनती दुनिया के 7 अजूबों में भी की जाती है और सिर्फ भारत के लोग ही नहीं इस खूबसूरत जगह को देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटक यहां आते हैं. लेकिन ऐसे क्या वजह जो 373 सालों बाद भी अपनी खूबसूरती और अपनी मजबूती की लिए जाना है. इसका श्रेय इंजीनियरों को जाता है. जो ब्रिटिश राज से लेकर अब तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और आईआईटी समेत देशभर के इंजीनियर ताज महल को सहेजने की मुहिम में लगे हुए हैं.

दुनिया में कितने भूकंप, बाढ़, तूफान, बिजली गिरे लेकिन ताज 373 साल से इंजीनियरिंग के बूते बुलंदी से खड़ा है. इंजीनियर आए दिन ताज महल को खुबसूरती को बरकरार रखने के लिए नए-नए तरीके जुटाते रहते हैं. जिसमें एक नाम है आईआईटी रुड़की से एमटेक प्रो. एससी हांडा. इन्होंने ताज की नीव को लेकर 2003 में रिसर्च की जिसकी जांच में उन्होंने पाया की आबनूस और महोगनी की लकड़ी ताज की नींव में इस्तेमाल की गई है. इस लड़की को समय पर पानी नहीं मिलेगा तो इसका लचीलापन प्रभावित हो सकता है इसलिए प्रो. हांडा ने भविष्य के लिए उन्होंने ताज के पास नींव में पानी बरकरार रखने की सिफारिश की थी.

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इन्ही इंजीनियरों में एक नाम केमिकल इंजीनियर एमके भटनागर. जिन्होंने ताजमहल के पीलेपन को दूर करने के लिए संसदीय कमेटी से सिफारिश की और ताजमहल पर मडपैक ट्रीटमेंट कराया जिससे ताज पहले जैसा चमक उठा. ताज को दीवारों पर लगे प्रदूषण और गंदे हाथों के कारण जो निशान बन गए थे वह मडपैक ट्रीटमेंट से दूर हो गए. इंजीनियर एमसी शर्मा ने भी ताज की खूबसूरती को कायम रखने के लिए एक संगीतकार के शो के लिए होने वाली ताज पर लाइटिंग का विरोध किया. उनकी राय संस्कृति मंत्रालय तक पहुंची. जहां संगमरमरी स्मारकों पर लाइटिंग के प्रस्ताव निरस्त कर दिए गए.

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