IMA की हड़ताल, शुक्रवार को निजी अस्पताल और प्राइवेट डॉक्टर बंद रखेंगे OPD सेवाएं

Smart News Team, Last updated: Thu, 10th Dec 2020, 7:51 PM IST
  • निजी अस्पताल और क्लीनिक में डॉक्टर्स ने अपना विरोध दिखाने के लिए ओपीडी समेत सभी सामान्य सेवाएं बंद रखेंगे. इस बीच ऐलान किया है कि वो सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक डाक्टर मरीजों को नहीं देखेंगे. डॉक्टरों की इस हड़ताल में सिर्फ इमरजेंसी और कोविड सेवाएं जारी रखी जाएंगी. यह मिक्सोपैथी के खिलाफ आईएमए के आंदोलन की यह अगला चरण है.
निजी अस्पताल और क्लीनिक में डॉक्टर्स ने अपना विरोध दिखाने के लिए ओपीडी समेत सभी सामान्य सेवाएं बंद रखेंगे.

आगरा. शुक्रवार को निजी अस्पताल और क्लीनिक में डॉक्टर्स ने अपना विरोध दिखाने के लिए ओपीडी समेत सभी सामान्य सेवाएं बंद रखेंगे. इस बीच ऐलान किया है कि वो सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक डाक्टर मरीजों को नहीं देखेंगे. डॉक्टरों की इस हड़ताल में सिर्फ इमरजेंसी और कोविड सेवाएं जारी रखी जाएंगी. यह मिक्सोपैथी के खिलाफ आईएमए के आंदोलन की यह अगला चरण है. शुक्रवार की दोपहर 12 बजे आईएमए के पदाधिकारी कलक्ट्रेट पर इकट्ठा होंगे जिसके बाद प्रशासनिक अफसरों को विरोध संबंधी ज्ञापन देिये जाएंगे.

मिक्सोपैथी पर विरोध जताते हुए शुक्रवार को आईएमए ने असहयोग आंदोलन की घोषणा की है. घोषणा में कहा गया है कि आईएमए से जुड़े डाक्टर, उनके अस्पताल और क्लीनिक सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक काम नहीं करेंगे. आईएमए ने कहा है कि ओपीडी समेत सभी सामान्य सेवाएं बंद रखी जाएंगी. आईएमए अध्यक्ष डा. रवि मोहन पचौरी ने सभी डाक्टरों से अनुरोध किया है कि वो इस आंदोलन में हमारा सहयोग करें. साथ ही ऐलान किया गया है कि कोविड के साथ-साथ इमरजेंसी सेवाएं पहले की तरह कार्य करती रहेंगी.

शख्स ने शौचालय के 40 फुट गहरे गड्ढे में छुपाई देसी शराब, पुलिस ने मारा छापा

विरोध से संबंधित बैनर, पोस्टर, स्टिकर आईएमए भवन पर उपलब्ध करवा दिए गए हैं. इसके अलावा क्षेत्रीय संयोजकों को भी प्रचार सामग्री भेजी जा रही है. आईएमए के मुताबिक अधिक जानकारी के लिए डा. संजय और डा. गौरव से संपर्क किया जा सकता है. हाल ही में मेडिकल शिक्षा में एलोपैथी और आयुर्वेद की मिक्सोपैथी के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का विरोध को तेज करने वाला है. इससे पहले मंगलवार को देश भर के 10 हजार स्थानों पर जागरुकता अभियान चलाया था.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें