ताजनगरी में कचरे का अंबार, आबादी वाले इलाकों में ऐसे खपाया जा रहा शहर का कचरा
- विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण को लेकर तमाम बातें होती हैं, रणनीतियां बनती हैं और प्रतिबद्धता दिखाई जाती है, मगर पर्यावरण संरक्षण के लिए जो संस्थाएं जिम्मेदार हैं, सबसे अधिक पर्यावरण को चोट भी वही पहुंचा रही हैं।

ताजनगरी फेस (आगरा), नीरज शर्मा
विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण को लेकर तमाम बातें होती हैं, रणनीतियां बनती हैं और प्रतिबद्धता दिखाई जाती है, मगर पर्यावरण संरक्षण के लिए जो संस्थाएं जिम्मेदार हैं, सबसे अधिक पर्यावरण को चोट भी वही पहुंचा रही हैं। आगरा में जिस तरह से कहीं और के कचरे को कहीं और लोगों के बीच में खपाया जा रहा है, उसे देखकर पर्यावरण संरक्षण शब्द मजाक लगता है। दरअसल, आगरा नगर निगम के कर्मचारी शहर के कचरे का निस्तारण करने के बजाए उसे इधर-उधर खपा रहे हैं। शहरों का कचरा आबादी क्षेत्र में डाला जा रहा है।
कर्मचारियों की लापरवाही का आलम यह है कि कागजों में लैंडफिल साइट पर कचरा डलना दिखाया जा रहा है, मगर कचरा आबादी वाले इलाकों में खपाया जा रहा है। इस तरह पर्यावरण संरक्षण का तो पलीता लग ही रहा है, साथ ही डीजल की चोरी भी हो रही है। ताजगंज क्षेत्र में खुलेआम यह घपला किया जा रहा है।

यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर निगम के कर्मचारी ताजनगरी फेस में ताजगंज के कचरे को खपा रहे हैं। जबकि यहां से कचरा उठकर कुबेरपुल लैंडफिल साइट पर पहुंचना चाहिए। क्षेत्रीय निवासी पुष्पेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि करीब चार पांच महीने पहले भी इसी तरह यहां कचरे के ढेर लगा दिए जाते थे। जब इस मामले की शिकायत नगर निगम के अधिकारयों से की तो संबंधित अधिकारियों के साथ सख्ती बरती गई और वहां कचरा डलना बंद हो गया। मगर अब फिर से वहां कचरा डाला जा रहा है।
यहां ध्यान देने वाली बात है कि इसके पास ही पर्यटन थाना है। इतना ही नहीं, आसपास कई गेस्ट हाउस, होटल और एंपोरियम भी हैं। यहां बड़ी आबादी भी रहती है। सड़क किनारा डाले जा रहे कचरे में आग भी लग जाती है। जिससे चारों ओर धुआं हो जाता है। नालों से निकली सिल्ट से जीआईसी मैदान को पाट दिया है। यहां सैड़कों ट्राली सिल्ट पटक दी गई है। आसपास के क्षेत्र में बदबू फैल रही है।
कूड़े के संबंध में सुप्रीम कोर्ट और नीरी के विशेष नियम है। आगरा टीटीजेड क्षेत्र होने की वजह से यहां विशेष सख्ती बरती जाती है मगर जिममेदार लोग ही नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। नगर आयुक्त अरुण प्रकाश का कहना है कि कचरा इस तरह डाला जाना गलत बात है। इसकी जांच कराकर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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