आगरा: तीस घंटे तक 100 फीट गहरे कुएं में पड़ी रही लड़की, देवदूत बन पहुंची पुलिस

Smart News Team, Last updated: Mon, 26th Oct 2020, 3:13 PM IST
  • आगरा के ऊंचा गांव में लापता लड़की गांव के ही एक कुंए में गिरी मिली. जिसके लिए पुलिस भगवान की तरह पहुंची और उसे कुंए से बाहर निकाला.
पुलिस के द्वारा कुंए से निकाली गई पूनम

आगरा: बड़ी ही पुरानी कहवात जाको राखे साइयां मार सके न कोय एक बार फिर शमसाबाद के गांव ऊंचा में सच साबित हुई. रविवार रात शमसाबाद पुलिस देवदूत बनकर गांव में पहुंची. पुलिस ने शनिवार की शाम से लापता किशोरी को खोज निकाला. लापता किशोरी गांव में ही 100 फीट गहरे कुएं में पड़ी मिली. वह 30 घंटे से वह भूखी प्यासी थी. पुलिस ने रस्सियों के सहारे कुएं में उतरकर उसे बचाया.

इस मामले में थाना प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि रविवार की रात करीब ग्यारह बजे ऊंचा गांव के रहने वाले लखपत सिंह के परिवार के सदस्य थाना पहुंचे. उन्होंने पुलिस को बताया कि शनिवार की शाम साढ़े छह बजे से उनकी 15 साल की बेटी पूनम लापता है. वह तंबाकू लेने के लिए गांव की एक दुकान पर गई थी. उनकी बेटी दिमाग से कुछ कमजोर भी है. क्योंकि मामला नाबालिग लड़की से जुड़ा था इसलिए तत्काल शिकायत के आधार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया. इसके लिए थाना प्रभारी ने तीन टीमों का गठन किया.

पड़ोसी ने किशोरी के साथ किया रेप, पीड़िता पक्ष पर बनाया समझौते का दबाव

इसके बाद रविवार आधी रात को पुलिस गांव ऊंचा पहुंची. वहां के ग्रामीणों से बातचीत की. यह पता करने कि कोशिश कि आखिरी बार लड़की को किसने देखा था. लड़की ने जिस दुकानदार से तंबाकू खरीदी थी उसने बताया कि जिस रास्ते से उसे लौटकर आना था उस पर एक तालाब है. पुलिस ने पहले तालाब भी खंगाला. अचानक उनका ध्यान कुएं पर गया. जिसके बाद पुलिस टॉर्च लेकर कुंए के पास गए. नीचे टॉर्च मारी तो ऐसा लगा कि कोई हाथ हिला रहा है. उन्होंने ऊपर से आवाज दी. 

आगरा: 15 दिन में मिलीं 7 लड़कियां, ऑपरेशन बरामदगी में 12 की खोज जारी

पुलिसवालों की आवाज सुनते ही नीचे से पूनम ने आवाज लगाई- बाहर निकालो. पूनम की आवाज सुनकर ग्रामीणों को जुटाया गया. उनसे रस्सी और छोटी चारपाई मंगवाई गई. पुलिसकर्मियों को नीचे उतारा गया. रस्सियों से बांधकर चारपाई को भी नीचे ले जाया गया. उस पर बैठाकर पूनम को ऊपर खींचा गया. 100 फीट गहरे कुंए में गिर कर भी पूनम को एक खरोंच तक नहीं आई.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें