17 दिन से लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दाम, आगरा में कारोबार करना हुआ दूभर…
- पेट्रोल-डीजल के दामों पर लगातार नजर रख रहे ट्रांसपोर्ट व्यवसायी ने बताया कि इस अवधि में एक दिन भी ऐसा नहीं रहा कि दाम स्थिर हों। या फिर कमी की गई हो।

क्रूड के नाम पर पेट्रोल-डीजल के भावों की उड़ान जारी है। पेट्रोल 80 रुपये के स्तर को पार कर चुका है। वहीं डीजल के दाम भी 70 रुपये से ज्यादा हो चुके हैं। यदि छह जून को आधार बनाया जाए तो बीते 17 दिन में पेट्रोल 6.37 रुपये महंगा हो गया है। वहीं डीजल भी 7.28 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है।
पेट्रोल-डीजल के दामों पर लगातार नजर रख रहे ट्रांसपोर्ट व्यवसायी ने बताया कि इस अवधि में एक दिन भी ऐसा नहीं रहा कि दाम स्थिर हों। या फिर कमी की गई हो। उन्होंने बताया कि जब से दामों की दैनिक व्यवस्था शुरू हुई है, यह अवधि पहली बार आई है जब 15 दिन से ज्यादा की अवधि में लगातार वृद्धि हो रही हो। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी इस तरह का ग्राफ कायम नहीं रहता।
इस वृद्धि को लेकर सरकार के सहयोगी संगठन भी नाराज चल रहे हैं। उनका कहना है कि वैश्विक बाजारों में आज भी क्रूड के दाम अपने उच्चतम स्तर से बहुत नीचे हैं। जबकि रिटेल में पेट्रोल डीजल अपने उच्चतम स्तर के नजदीक आ गए हैं। हालत यह है कि पेट्रोल पंप पर रेटों को लेकर रोज लोगों की भड़ास निकल रही है।
यह हो रहा असर
लगातार बढ़ते डीजल दामों के कारण ट्रकों का परिचालन महंगा होगा, बल्कि महंगाई को हवा मिलेगी। उत्पादन लागतें बढ़ेंगी। आवश्यक वस्तुओं के दाम में इजाफा होगा। दैनिक जरूरत के सामान महंगे हो जाएंगे। उन के अनुसार कुछ अरसा पहले क्रूड में भारी गिरावट दर्ज हुई थी। उस समय इस गिरावट का फायदा देने की बजाए सरकार ने डीजल पेट्रोल पर टैक्स बढ़ा दिया था। साथ ही कहा कि आने वाले दिनों में जब क्रूड के दाम बढ़ेंगे तो इनको एडजस्ट कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
कैसे निकलेगी लागत
परिवहन व्यवसायियों के अनुसार मौजूदा बढ़ोत्तरी का एक ही इलाज है, वे भाड़े बढ़ा दें। लेकिन कोरोना के कारण कारोबार करना ही मुश्किल हो रहा है। ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पहले से ही मंदी का शिकार है। हालात यह है कि व्यवसायी अपने वाहनों की किश्त भी नहीं निकाल पा रहे। इसी तरह रेट बढ़ते रहे तो आने वाले समय में निजी क्षेत्र की ट्रांसपोर्ट सेवाएं बंद ही हो जाएंगी। इसका व्यापक प्रभाव होगा। लोगों को आवश्यक सामान की आपूर्ति में दिक्कत होगी।
तारीख पेट्रोल प्रति लीटर डीजल प्रति लीटर
22-06-2020 80.15 70.97
21-06-2020 79.90 70.52
20-06-2020 79.63 70.06
19-06-2020 79.24 69.59
18-06-2020 78.81 69.11
17-06-2020 78.41 68.62
16-06-2020 77.98 68.16
15-06-2020 77.62 67.72
14-06-2020 77.25 67.26
13-06-2020 76.78 66.77
12-06-2020 76.33 66.33
11-06-2020 75.89 65.87
10-06-2020 75.43 65.41
09-06-2020 75.12 65.07
08-06-2020 74.71 64.62
07-06-2020 74.25 64.16
06-06-2020 73.78 63.69
डीजल रेट वृद्धि का असर
: सभी दैनिक उपयोग की वस्तुओं के दामों में इजाफा
: उत्पादन लागतों में वृद्धि, हर ढुलाई पर दाम बढ़ते हैं
: कृषि के लिए सिंचाई का कार्य महंगा, खेती पर असर
: सड़क एवं हवाई यात्रा महंगी, सभी की जेब पर असर
: पेट्रोल महंगा होने से व्यक्तिगत वाहनों का सफर महंगा
मूल्य वृद्धि पर सरकार से मांगा जवाब
एसोचैम यूपी आगरा चैप्टर की सोमवार को हरीपर्वत स्थित कार्यालय पर आयोजित बैठक में वक्ताओं ने पेट्रोल-डीजल मूल्य वृद्धि पर आक्रोश जताया। कहा कि यह उद्योग परिचालन में सबसे अहम तत्व है। जिस तरह इसकी रेट भारत में रखी जा रही हैं, वह समझ से बाहर है। पहले इसके खरीदार ही नहीं थे। अब वैश्विक बाजार में महज दस फीसदी की वृद्धि होने पर इसके दाम इतने ज्यादा बढ़ जाएंगे। कल्पना से बाहर है। यदि रिफाइनरी की दर 20 रुपये है तो दस फीसदी महंगा होने पर 22 रुपये हो सकती है। लेकिन छह से सात रुपये की वृद्धि तो नाजायज है। वक्ताओं ने कहा लॉक डाउन का मारा छोटा व्यापारी एवं किसान अपनी लागत तक नहीं निकाल पा रहा। सरकार को तुरंत ध्यान देकर कीमतों पर अंकुश लगाना चाहिए।
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