राम मंदिर भूमि पूजन: 1992 में जब आगरा जेल में कैद किए गए अयोध्या जा रहे कारसेवक
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जाएगा. इसके लिए देशभर से राम भक्तों ने पवित्र मिट्टी और नदियों का जल अयोध्या भेजा है. आगरा से भी हिंदू दलों ने पवित्र स्थानों की मिट्टी भेजी है. उनका मानना है कि राम मंदिर के प्रति आगरावासियों की आस्था हमेशा से है.
बजरंग दल के 1992 के सहसंयोजक ने बताया कि 1992 में कारसेवकों को अयोध्या जाने से रोकने के लिए आगरा सेंट्रल जेल के सामने एक अस्थायी जेल का निर्माण किया गया था. यहां कैद लोगों के भोजन और पानी की व्यवस्था को स्वंयसेवकों ने ही संभाल लिया था. एक महीने से अधिक समय तक कारसेवकों के लिए लंगर चलाया गया था.
राम मंदिर भूमि पूजन के दिन 1 लाख लड्डओं का वितरण करेगा पटना महावीर मंदिर ट्रस्ट
राम मंदिर भूमि पूजन के दिन 1 लाख लड्डओं का वितरण करेगा पटना महावीर मंदिर ट्रस्ट भाजपा जिला इकाई के मीडिया प्रभारी राजकुमार पथिक वर्ष 1992 में कारसेवा के दौरान बजरंग दल आगरा के सहसंयोजक थे. उन्होनें बताया कि सेंट्रल जेल के सामने खाली मैदान में कारसेवकों के लिए अस्थायी जेल बनाई गई थी.
केरल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक तथा अन्य प्रदेशों से आने वाले सेवकों को अयोध्या जाने से रोका जा रहा था. ऐसे में पुलिस-प्रशासन ने उन्हें यहीं रोका था. कारसेवकों को पुलिस ने पकड़कर जेल में डाल दिया उस वक्त सभी कारसेवकों के लिए 100-100 रुपए चंदा इकठ्ठा करके लंगर शुरु किया गया.
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आगरा शहर के लोगों ने काफी मदद की थी. इतना राशन शहर से इकठ्ठा हो गया कि सीताराम मंदिर की दो कोठरियां भर गई थी. एक महीने तक कारसेवकों को अस्थायी जेल में रखा गया तबतक आगरा के लोगों ने मदद की और कारसेवकों को उनके प्रदेश जाने के इंतजाम भी किए. उनका मानना है कि राम मंदिर और आगरावासियों का सीधा संबंध सदियों से चल रहा है.
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