मोहब्बत की निशानी पर कुदरत का कहर, तूफान में ताजमहल के गेट की रेलिंगें टूटीं
- कोरोना लॉकडाउन में एक ओर ताजमहल सूना और विराम दिख रहा है, दूसरी ओर मौसम की मार भी झेल रहा है। मोहब्बत की निशानी पर कुदरत हर सितम ढा रहा है। आगरा में आए भयंकर आंधी-तूफान से ताजमहल सहित अन्य स्मारकों को भी नुकसान पहुंचा है।

कोरोना लॉकडाउन में एक ओर ताजमहल सूना और विराम दिख रहा है, दूसरी ओर मौसम की मार भी झेल रहा है। मोहब्बत की निशानी पर कुदरत हर सितम ढा रहा है। आगरा में आए भयंकर आंधी-तूफान से ताजमहल सहित अन्य स्मारकों को भी नुकसान पहुंचा है। तूफान की वजह सहे ताजमहल के पश्चिमी गेट की चूलें हिल गईं। दरवाजे में क्रेक आ गया है। कईं रेलिंगें टूट गईं। पेड़ भी गिर गए। सारे स्मारकों में लगभग 35 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
ताजमहल के मुख्य गुंबद के प्लेटफॉर्म की आठ और चमेली फर्श की दो जालियां टूट गईं। पश्चिमी गेट बुकिंग विंडो की ओर लगी फॉल सीलिंग उखड़ गई। डीएफएमडी भी टूट गए। तीन दर्जन से ज्यादा पेड़ों की डालियां गिर गईं। पाथवे पर टूटी डालियां पड़ी हुई हैं। मजदूर न होने के कारण लॉकडाउन खुलने के बाद ही काम शुरू हो सकेगा। सिकंदरा मकबरे में इनले पीस टूटकर गिर गए। मेहताब बाग में एक दीवार ही गिर गई। मरियम टॉम्ब में भी पेड़ों के गिरने से काफी नुकसान हुआ है।
इधर, पुरातत्व महानिदेशक वी विद्यावती शनिवार दोपहर लगभग 12.30 बजे ताजमहल पहुंच गईं। उन्होंने यहां हुए नुकसान का जायजा लिया। एस्टीमेट बनाने के निर्देश दिए। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि नुकसान का एस्टीमेट बनाया जा रहा है। अभी मजदूर भी नहीं है। जैसे ही लॉकडाउन खुलेगा, लेबर को बुलाकर काम शुरू कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि सारे स्मारकों में दिखवा लिया गया है। थोड़ा-थोड़ा नुकसान हुआ है।
अन्य खबरें
कोरोना में गणितीय मॉडल पर काम कर रहे हैं वैज्ञानिक
कोरोना से कैद की जिंदगी जी रहे हैं हॉटस्पॉट ईश्वर नगर के लोग, बोले- ताला खोलो
आगरा की दीप्ति को मिलेगा अर्जुन अवार्ड, जानें कैसे हुई थी टीम इंडिया में एंट्री
स्पेशल ट्रेनों में TTE के लिए नई गाइडलाइन, अब हाथ में नहीं पकड़ेंगे टिकट