UP laptop tablet Yojana: यूपी के 24.5 लाख छात्रों को नहीं मिल पा रहें लैपटॉप-टेबलेट, जानिए कारण

Haimendra Singh, Last updated: Tue, 11th Jan 2022, 11:04 AM IST
  • 8 जनवरी को चुनाव आयोग के विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद यूपी सहित पांच राज्य में आचार संहिता लग गई है. इसके चलते यूपी के छात्रों को मिलने लैपटॉप-टेबलेट के वितरण पर रोक लग गई है जिससे राज्य के करीब साढ़े 24 लाख छात्र परेशान है.
आचार संहिता के कारण यूपी सरकार छात्रों को नहीं दे पा रही लैपटॉप-टेबलेट.( फाइल फोटो )

आगरा. उत्तर प्रदेश सहित देश के पांच राज्यों में मिशन 2022 की तैयारियां शुरू हो गई है. 8 जनवरी को चुनाव आयोग की घोषणा के बाद पांचों राज्यों में आचार संहिता लग गई है जिससे यूपी के करीब 24 लाख छात्र निराश हो गए है. यूपी सरकार की ओर से छात्रों को मिलने वाले लैपटॉप-टैबलेट के वितरण पर आचार संहिता के कारण रोक लगा दी गए है. इस फैसले पर बताया जा रहा है कि लैपटॉप-टैबलेट पर पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर है. और आचार संहिता लगने के बाद इनका वितरण नहीं किया जा सकता है.

आचार संहिता लगने के बाद लैपटॉप-टेबलेट शेष गैजेटस को रोक दिया गया है. लैपटॉप-टेबलेट के छात्र स्कूलों और यूनिवर्सिटी के चक्कर लगा रहे है. कुछ छात्रों का कहना है कि उनके मोबाइल पर चयनित का मैसेज भी आया है फिर भी उन्हें लैपटॉप और टेबलेट नहीं दिया गया है. लेकिन अब चुनाव होने तक छात्रों के लेपटॉप और टेबलेट मिलने की उम्मीद धूमिल हो गई है.

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यूपी लैपटॉप-टेबलेट योजना के लिए 24 लाख छात्रों का आवेदन

यूपी के 49 जिलों को करीब 2477008 छात्रों ने लैपटॉप-टेबलेट के पंजीकरण किया था. पहले चरण में 31 दिसंबर तक करीब 38440 छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट बाटे गए. एडीएम प्रोटोकाल हिमांशु गौतम ने कहा है कि आगरा में पहले चरण के लिए मिले टैबलेट में से केबल 251 ही शेष रह गए है. शेष टैबलेट के बारे में लखनऊ से पूछा जा रहा है ऊपर से जो भी निर्देश मिलता है उसकी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.

स्क्रीन से वॉलपेपर नहीं हटा सकते छात्र

आईटी एक्सपर्ट उपेंद्र अवस्थी के अनुसार सरकार की ओर से दिए गए टेबलेट और मोबाइल की स्क्रीन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर वाला वॉलपेपर लगाया गया है. यह ओएस के साथ अपडेट किया गया है ऐसे में इस वॉलपेपर को सामान्य रूप से हटाना संभव नहीं है. निर्माता कंपनी ओएस में बदलाव करके इस वॉलपेपर को हटा सकती है. बता दें कि समाजवादी पार्टी के द्वारा दिए गए लैपटॉप में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीर तस्वीर आई थी.

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