आगरा: केंद्रीय हिंदी संस्थान बनेगा डीम्ड यूनीवर्सिटी, केंद्र को जाएगा प्रस्ताव

Smart News Team, Last updated: Fri, 6th Aug 2021, 12:03 PM IST
  • केंद्रीय हिंदी संस्थान अब डीम्ड यूनीवर्सिटी बनेगा. केंद्रीय कैबिनेट में प्रस्ताव भेजने के लिए इसकी तैयारी की जा रही है. एचआरडी ने संस्थान से इसके लिए एक रिपोर्ट मांगी है. इसी के साथ स्नातक से लेकर शोध तक की उपाधियां मिल सकेंगी.
आगरा: केंद्रीय हिंदी संस्थान बनेगा डीम्ड यूनीवर्सिटी, केंद्र को जाएगा प्रस्ताव

आगरा. केंद्रीय हिंदी संस्थान अब डीम्ड यूनीवर्सिटी बनने के रास्ते पर है. लगभग तीन साल से अधिकारियों की कोशिश जारी है कि संस्थान को विश्वविद्यालय का दर्जा दिलवाया जा सके. मानव संसाधन विकास मंत्रालय, एचआरडी मिनिस्ट्री इस पर विचार के साथ अब इसका प्रस्ताव केंद्र को भेजने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय हिंदी संस्थान पिछले 55 साल से ‌‌‌‌‌‌‌‌ दुनिया में हिंदी का प्रचार-प्रसार करने के लिए जुटा है. 

केंद्रीय हिंदी संस्थान को डीम्ड विश्वविद्यालय बनाने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय, एचआरडी सभी औपचारिकाताओं को पूरा करने के लिए प्रस्ताव को तेजी से अंतिम रुप दे रहा है. निदेशक प्रो बीना शर्मा ने इश बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मंत्रालय की ओर से संस्थान से रिपोर्ट मांगी गई है. इसे रिपोर्ट को इसी हफ्ते एचआरडी को भेज दिया जाएगा. इसी के बाद केंद्रीय कैबिनेट को प्रस्ताव भेजा जाएगा. उम्मीद है कि कैबिनेट में यह प्रस्तवा जल्द पारित हो जाए.

केंद्रीय हिंदी संस्थान से लगभग पांच हजार विदेशी विद्यार्थियों ने हिंदी सीखी और अपने देश गए. हालांकि अभी तक संस्थान में सर्टीफिकेट और डिप्लोमा स्तर के कोर्स हैं. इसी संस्थान से पास हुए छात्रों को हिंदी शिक्षक के रूप में नौकरी मिल जाती है. गैर हिंदी भाषीय 16 राज्यों में केंद्रीय हिंदी संस्थान से कोर्स पास किए विद्यार्थियों को राज्य सरकार हिंदी टीचर के तौर पर नियुक्त करने में प्राथमिकता देते हैं.

संस्थान के मौजूदा आठ केंद्र भारत में हैं और दो केंद्र श्रीलंका में संचालित है. इसके साथ ही काबुल और मास्को में केंद्र खोले जाने का प्रस्ताव है. केंद्रीय हिंदी संस्थान में हर साल 200 विदेशी छात्रछात्राओं को दाखिला दिया जाता है. इसमें से 100 विद्यार्थियों को आगरा मुख्यालय पर मुफ्त आवास, शिक्षा और छात्रवृत्ति के साथ दाखिला दिया जाता है.

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