आगरा: आसमान से बरस रही आग, ताजनगरी में 35 साल बाद इतनी भीषण गर्मी
- कोरोना काल में ताजनगरी में भीषण गर्मी की मार है। कहा जा रहा है कि 35 साल बाद आगरा में इतनी भयानक गर्मी पड़ रही है।

आगरा. कोरोला काल में ताजनगरी में गर्मी की भी हाहाकार लगातार जारी है। जुलाई में आगरा का औसतन तापमान 35 से 40 डिग्री के बीच रहा है। वहीं अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री तक रिकार्ड किया गया। बताया जा रहा है कि साल 1985 के बाद आगरा में अब इतनी भीषण गर्मी पड़ी है। जिले में लोगों का हाल-बेहाल और एसी-कूलरों से ही राहत की दरकार है।
मौसम विभाग के रिकार्ड के मुताबिक आगरा में पांच जुलाई 1985 को अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसके बाद इस महीने तापमान बहुत कम ही 40 डिग्री को पार कर सका था। बीते दो सालों में भी जुलाई में दिन का तापमान 40 तक पहुंच गया था। लेकिन इस बार तापमान में लगातार बढ़ोतरी होती रही। बादल ठिठकने की वजह से बारिश नहीं हुई।
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पूर्व-उत्तर से चलने वाली हवाएं भी बंद हैं। इसलिए तापमान और उमस की दोहरी मार लोगों पर पड़ रही है। रात में भी नमी नहीं रह गई है। शुक्रवार को गर्मी ने झुलसा देने का एहसास आगरावासियों को कराया। लोगों का हालत खराब हो गई।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगरा 44.1 अधिकतम तापमान के साथ सबसे गर्म रहा है। आगरा के बाद सूबे का झांसी, अलीगढ़, मेरठ और लखनऊ में गर्मी की मार रही है। झांसी में अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री, अलीगढ़ में 39.0 डिग्री, मेरठ में 36.6 डिग्री और राजधानी लखनऊ में 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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