नेत्रहीन छात्र ने CBSE 10th बोर्ड में 94.4 प्रतिशत नंबर लाकर बढ़ाया आगरा का मान
- आगरा के दिव्यांग आलोक भारद्वाज ने सीबीएसई दसवीं बोर्ड में 94 परसेंट से ज्यादा नंबर लाकर साबित कर दिया है कि प्रतिभा शारीरिक बाध्यताओं से बाधित नहीं होती।

प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती और आज सीबीएसई की दसवीं के परीक्षा परिणाम ने फिर साबित कर दिया है। आज के समय में ऐसे कई दिव्यांग पर्सनालिटी हैं, जो अपनी मेहनत के बल पर अनेक क्षेत्रों में उच्च पदों पर पहुंचकर दूसरों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने हैं। शहर के होनहार आलोक भारद्वाज ने यह साबित कर दिखाया है।
दरअसल, आगरा पब्लिक स्कूल अरतौनी के छात्र आलोक भारद्वाज पूरी तरह से नेत्रहीन हैं। दिव्यांग होने के बाद भी आलोक ने अपनी कड़ी मेहनत कर आगरा के सम्मान में चार चांद लगाएं हैं। सीबीएसई दसवीं की परीक्षा में 94.4 प्रतिशत अंक हासिल कर दिखा दिया हैं कि दिव्यांगता (विकलांगता) को दृढ़ इच्छा शक्ति से परास्त किया जा सकता है।
जब आलोक से उनकी सफलता का राज पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनकी सफलता के प्रेरणास्रोत उसके दादा ब्रजेंद्र शर्मा हैं। उनके प्रोत्साहन के बल पर यह सफलता मिल सकी है। साथ ही उन्होंने खूब मेहनत की थी।
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छात्र आलोक की उपलब्धि पर आगरा पब्लिक स्कूल के प्राचार्य देवेंद्र कुमार वर्मा और सभी शिक्षकों ने आभार जताया है। आलोक के पिता डॉ. अमित शर्मा आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज में डीन और माता गृहणी हैं।
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