Vishwakarma Puja 2021:विश्वकर्मा जयंती धार्मिक एकता और सद्भावना का संदेश, हिंदू-मुस्लिम आज एक साथ करते हैं पूजा
- विश्वकर्मा पूजा आज शुक्रवार को मनाई जा रही है. विश्वकर्मा पूजा की खास बात यह है कि ये पर्व हिन्दू मुस्लिम भाईचारे, धार्मिक एकता और सद्भावना का संदेश देता. हिंदू मुस्लिम सभी कामगार आज अपने औजार और गैराज की पूजा करते हैं.

हिंदू कैलेंडर के अनुसार विश्वकर्मा पूजा हर साल कन्या संक्राति को होती है. इस दिन भगवन विश्वकर्मा का जन्म हुआ था. इसलिए इसे विश्वकर्मा जंयती भी कहा जाता है. विश्वकर्मा पूजा की खास बात यह है कि हर साल 17 सिंतबर को विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है. कभी भी इसकी तारीख नहीं बदलती. इस बार भी आज इसी तारीख में भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई.
हिंदू-मुस्लिम सभी भाई बंधु कामगारों ने आज अपने अपने औजारों की पूजा की. आज के दिन अस्त्र शस्त्र की पूजा की जाती है और कामगार एक दिन की छुट्टी लेकर अपने दुकान का काम बंद कर औजारों की पूजा करते हैं. यही कारण है कि विश्वकर्मा पूजा में धार्मिक एकता और सद्भावना का संदेश देखने को मिलता है.
आज के दिन विधि विधान के साथ भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है. इस दिन विश्वकर्मा भगवान के साथ ही उद्योगों, फैक्ट्रियों और मशीन आदि की भी पूजा की जाती है. आज बुनकर, शिल्पकार, कल कारखानों और ओद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोग भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते हैं. कहा जाता है कि इस उद्योग से जुड़े लोग अगर आज के दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा करें तो उन्हें व्यवसाय में खूब तरक्की मिलती है और भगवान विश्वकर्मा की कृपा से रोजगार में ये मशीनें और औजार बिना किसी रूकावट के चलती है.
विश्वकर्मा भगवान को ब्रहमांड का सबसे पहला वास्तुकार माना गया है.धार्मिक मान्यता है कि पहले इंजीनियर और वास्तुकार विश्वकर्मा ही हैं. उन्होंने स्वर्ग लोक में यमपुरी, कुबेरपुरी, द्वारिका नगरी, पुष्पक विमान आदि का निर्माण किया था.
Vishwakarma Puja 2021: 17 सितंबर को है विश्वकर्मा पूजा, जानिए पूजा विधि, मुहूर्त और कथा
अन्य खबरें
Pitru Paksha: मृत परिजन के देहांत की तिथि मालूम न हो तो पितृ पक्ष में ऐसे करें श्राद्ध
आगरा आज का राशिफल 16 सितंबर: मेष राशि वालों के स्वास्थ्य में सुधार होगा
आगरा आज का राशिफल 15 सितंबर: कुम्भ राशि वालों के लिए आज व्यापारिक मित्र लाभकारी सिद्ध होंगे