MP में स्वच्छ भारत के ब्रांड एंबेसडर बने रजा मुराद की एक दिन में छुट्टी

Shubham Bajpai, Last updated: Sat, 15th Jan 2022, 2:11 PM IST
एमपी के भोपाल नगर निगम ने एक्टर रजा मुराद को स्वच्छता अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया था. 24 घंटे पहले मुराद की नियुक्ति को निरस्त कर दिया गया है. नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने निगम कमिश्नर को पत्र दिखकर आदेश निरस्त करने के निर्देश दिए हैं.
एक्टर रजा मुराद (फोटो सभार लाइव हिंदुस्तान)

भोपाल (भाषा). मध्यप्रदेश के भोपाल में स्वच्छता अभियान के लिए एक्टर रजा मुराद को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था. जिन्हें 24 घंटे के अंदर ही उनके पद से हटा दिया गया है. उन पर ये कार्रवाई नगरीय निकाय मंत्री भूपेंद्र सिंह के आदेश के बाद की गई. मुराद की नियुक्ति की जानकारी मिलते ही भूपेंद्र सिंह ने नाराजगी जताते हुए भोपाल कमिश्नर को तत्काल हटाने के निर्देश दिए. हालांकि निगम ने मुराद को हटाने का तर्क देते हुए कहा कि मुराद को भोपाल की पुख्ता जानकारी नहीं है इसलिए उन्हें हटाया गया है.

सिंह ने अपने निजी सहायक के जरिए भोपाल नगर निगम के आयुक्त को शुक्रवार को लिखे पत्र में मुराद की नियुक्ति आदेश को तत्काल निरस्त करने का निर्देश दिया है.

पत्र में कहा गया है कि मंत्री भूपेंद्र सिंह के संज्ञान में आया है कि नगर निगम भोपाल द्वारा स्वच्छता अभियान के लिए फिल्म कलाकार रजा मुराद को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है. जबकि ब्रांड एंबेसडर ऐसे व्यक्ति को बनाना जाना चाहिए जिसने स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया हो अथवा भोपाल की संस्कृति से भली-भांति परिचित हो.

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पत्र में आगे कहा गया कि उक्त संबंध में मंत्री द्वारा तत्काल आदेश निरस्त करने एवं किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति जो भोपाल की संस्कृति से भली-भांति परिचित हो या स्वच्छता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो, ऐसे व्यक्ति/ संस्था को ब्रांड एंबेसडर बनाने का निर्देश दिया जाता है.

हालांकि, मुराद ने बताया कि वह शहर से अच्छी तरह वाकिफ हैं क्योंकि उनके तमाम यहां रिश्तेदार यहां के रहने वाले हैं और उनकी स्कूली शिक्षा भोपाल में हुई है.

मुराद ने कहा कि मुझसे बड़ा भोपाली कोई नहीं हो सकता क्योंकि मेरी मां, पत्नी और परिवार के कई अन्य सदस्य भोपाल से हैं. मैंने अपनी स्कूली शिक्षा यहां के कैम्ब्रिज स्कूल से पूरी की है. मैं शहर, इसकी सड़कों, इसकी विशेष भाषा, चाय, पान, गुटखा से अच्छी तरह वाकिफ हूं. इसलिए यह आरोप कि मैं शहर की संस्कृति को नहीं जानता, इसका कोई आधार नहीं है.

उन्होंने सवाल किया कि दूसरा, मंत्री ने यह भी कहा कि ब्रांड एंबेसडर ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिसने स्वच्छता के क्षेत्र में सराहनीय काम किया हो लेकिन जब आप मुझे साबित करने का मौका नहीं देते हैं तो आप निर्णय कैसे ले सकते हैं कि मैंने कुछ नहीं किया है.

मुराद ने यह भी कहा कि उन्होंने बृहस्पतिवार को शहर के चौक इलाके में लोगों से ठोस और गीले कचरे को अलग-अलग रखने के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि अगर मंत्री मेरी सेवाएं नहीं चाहते हैं तो ऐसा ही हो, क्योंकि वे मालिक हैं.

भोपाल नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में काम करने वाले 110 लोग बृहस्पतिवार को स्वच्छता दूत के रुप में चुने गए थे.

इस बीच, कांग्रेस ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मुराद को ब्रांड एंबेसडर की सूची से हटाया जाना संघी सोच है. कांग्रेस प्रवक्ता के. के. मिश्रा ने ट्वीट में कहा कि मुराद को ब्रांड एंबेसडर पद से मंत्री भूपेंद्र सिंह ने हटाया, शायद अपराध यह होगा कि वह मुसलमान हैं. संघी सोच किस स्तर की है?

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