रबी फसल की बुआई से पहले खाद महंगी, किल्लत अलग, किसानों ने मुरैना में मचाई लूट

SHOAIB RANA, Last updated: Mon, 11th Oct 2021, 8:49 PM IST
  • मध्य प्रदेश में रबी फसल की बुआई से ठीक पहले खाद का सकंट गहरा गया है. जहां एक तरफ किसान खाद की कीमतों में बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं तो दूसरी तरफ खाद की किल्लत के चलते कर रहे हैं. मध्य प्रदेश के मुरैना में तो किसानों ने खाद से भरा ट्रक ही लूट लिया. इस दौरान बड़ा हंगामा हो गया, लोग 50-50 किलो की बोरी जबरन उठाकर ले गए. मौके पर पुलिस ने किसानों को लाठियों से खदेड़ कर हालात पर काबू पाया. दूसरी ओर मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री अमरेंद्र सिंह ने खाद की उपलब्धता और कीमतों को लेकर बैठक की और कई जरूरी निर्देश दिए.
फोटो- खेत में खाद डालता किसान

भोपाल. देशभर में कोयले की कमी के बीच अब मध्य प्रदेश में खाद का संकट विकराल रूप लेता जा रहा है. दरअसल किसान रबी की फसल बोने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन ऐसे में खाद की कमी से बड़ा संकट खड़ा हो गया है. किसानों की मानें तो एक तरफ खेती लायक खाद नहीं मिल रहा और दूसरी तरह कंपनियां खाद के दाम बढ़ाकर आम लोगों की जेब पर डाका डाल रही हैं. आलम ये है कि मध्य प्रदेश के मुरैना में तो खाद भरकर ला रहे ट्रक में लूटपाट मच गई और लोग जबरन खाद के बोरे उठाकर अपने साथ ले गए. हालात इतने बिगड़ गए कि मौके पर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती करनी पड़ी. दूसरी ओर सोमवार को शिवराज सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने खाद की जरूरत और उपलब्धता की समीक्षा बैठक की. खाद की कीमतों को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि तय दर पर ही खाद बेची जाएगी, किसी भी हाल में किसानों को ठगने की छूट नहीं दी जा सकती है.

मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री अमरेंद्र सिंह ने बैठक में कहा कि हर हाल में 266.50 रुपये प्रति बैग (45 किलोग्राम) की दर से ही यूरिया बेचा जाए. साथ ही अन्य खाद भी तय रेटों पर बेची जाएंगी. कृषि मंत्री ने कहा कि तय कीमत से एक रुपया अधिक भी अगर किसानों से वसूला गया तो वह गंभीर अपराध माना जाएगा और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. कृषि मंत्री ने खाद निर्माता कंपनी के प्रतिनिधियों को सही समय और सही कीमत पर खाद की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्रित करने का निर्देश दिया. कृषि मंत्री ने बताया कि रबी फसल के लिए प्रदेश में 12 लाख टन यूरिया, चार लाख टन डीएपी, डेढ़ लाख टन पोटाश, दो लाख टन एनपीके मिला उर्वरक और डेढ़ लाख टन एसएसपी की जरूरत होगी. बैठक में मौजूद कंपनियों ने कृषि मंत्री को आश्वस्त किया कि किसी भी तरह की कमी नहीं होने दी जाएगी.

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मुरैना में खाद से भरे ट्रक में किसान ने मचाई लूट

रबी फसल से पहले खाद को परेशान किसानों का सब्र अब टूटता जा रहा है. इसका उदाहरण मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में देखने को मिला जहां किसानों ने खाद से भरा ट्रक लूट लिया. जिसके बाद वहां जमकर हंगामा मच गया. मौके पर पहुंचे पुलिस-प्रशासन ने हालात पर काबू पाते हुए किसानों को लाठियों से खदेड़ दिया. हालांकि, नाराज किसानों ने जगह-जगह हंगामा मचाते हुए रास्तों पर जाम भी लगाया. मुरैना जिला मुख्यालय के महात्मा गांधी चौराहे पर किसानों ने चक्काजाम करते हुए प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. देखिए वीडियो.

केंद्र सरकार के मना करने के बावजूद कंपनियों ने बढ़ाए दाम

रबी की फसल बुआई से पहले कुछ कंपनियों ने खाद के दाम बढ़ा दिए हैं जबकि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने मना किया था कि खाद की कीमतों में किसी भी तरह की बढ़ोतरी नहीं की जाएगी. इसके बावजूद करीब-करीब इफको को छोड़के लगभग सभी सरकारी, सहकारी और प्राइवेट कंपनियों ने खाद पर दाम बढ़ा दिए हैं. एनपीके समेत कई कॉम्पलेक्स उर्वरकों की कीमतों में 500 रुपये प्रति बैग (50 किलो) से ज्यादा तक का इजाफा किया गया, इसी वजह से नाइट्रोजन, फॉस्फेट और पोटाश (एनपीके) के काम्प्लेक्स उर्वरक का दाम 1750 रुपये प्रति बैग पहुंच गया है. सरकारी उर्वरक कंपनी एनएफएल और सहकारी संस्था कृभको का एनपीके (12: 32:16) का बैग 1700 रुपए और प्राइवेट कंपनी स्मार्टकेम ने इसी अनुपात पर एनपीके का दाम 1750 रुपये प्रति बैग किया है.

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