आधार कार्ड से हुआ कमाल, तीन साल के बाद अपने बिछड़े परिवार से ऐसे मिला बच्चा

Ruchi Sharma, Last updated: Mon, 20th Dec 2021, 3:52 PM IST
  • मध्यप्रदेश के जबलपुर में आधार कार्ड की वजह से बच्चे की मुलाकात तीन साल बाद अपने बिछड़े परिवार से हो पाई. बाल कल्याण समिति के प्रयासों से घर से पलायन कर जबलपुर आये एक 10 वर्षीय बालक की तीन सालों बाद घर वापसी हुई. बालक को परिजनों से मिलवाने में जहां बाल कल्याण समिति द्वारा पिछले तीन वर्षों से लगातार प्रयास किये जा रहे थे,वहीं बच्चे की घर वापसी में आधार कार्ड सबसे ज्यादा सहायक साबित हुआ.
आधार कार्ड से हुआ कमाल, तीन साल के बाद अपने बिछड़ परिवार से ऐसे मिला बच्चा

 

 

भोपाल. आज आधार कार्ड कितना जरूरी है यह तो हम सब जानते हैं. सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए तो आधार कार्ड की आवश्यकता होती है. इसके साथ ही बैंक खाता खुलवाने और नौकरी के लिए पंजीकरण करने सहित हर चीज के लिए आधार कार्ड की आवश्यकता होती है. लेकिन इसके अलावा आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आधार कार्ड की वजह से एक बच्चा अपने परिवार से मिल पाया. आधार कार्ड की वजह से बच्चे की मुलाकात तीन साल बाद अपने बिछड़े परिवार से हो पाई. अब बच्चा अपने परिवार के पास जम्मू कश्मीर पहुंच गया है.

घटना मध्यप्रदेश के जबलपुर का है, जहां बाल कल्याण समिति के प्रयासों से घर से पलायन कर जबलपुर आये एक 10 वर्षीय बालक की तीन सालों बाद घर वापसी हुई. बालक को परिजनों से मिलवाने में जहां बाल कल्याण समिति द्वारा पिछले तीन वर्षों से लगातार प्रयास किये जा रहे थे,वहीं बच्चे की घर वापसी में आधार कार्ड सबसे ज्यादा सहायक साबित हुआ. आधार कार्ड के कारण उसके परिजनों की पहचान हो सकी.

2018 से लापता था बालक

जानकारी के मुताबिक बाल कल्याण समिति जबलपुर ने घर से बिछड़े इस बालक का आधार कार्ड बनवाने के लिये लंबे समय से कोशिशें की जा रही थी.जानकारी के मुताबिक जुलाई 2018 में अपने घर से पलायन कर ट्रेन से चेन्नई पहुंच गया था. बाल कल्याण समिति चेन्नई के माध्यम से साल 2019 में उसे बालगृह मध्यप्रदेश के जबलपुर लाया गया. 2018 में उसकी उम्र आठ साल थी और वो अपने घर का पता भी ठीक से नहीं बता पा रहा था. मेहरा के मुताबिक कि बालगृह में आते से ही इस बालक के परिजनों की खोज-बीन शुरू कर दी गई.

 

अब Aadhaar से जुड़ेगा Voter ID, घर बैठें ऐसे करे Link, जानें स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस

 

आधार कार्ड से निकाला गया घर का पता

बाल कल्याण समिति विशेष किशोर पुलिस ईकाई व चाइल्ड हेल्प लाइन के सहयोग से उसका घर ढ़ूंढ़ने के काफी प्रयास किये गये. इस बीच बाल कल्याण समिति द्वारा इस बालक का आधार कार्ड बनाने की कोशिशें भी जारी रही.पता चला कि बालक का पहले आधार रजिस्ट्रेशन हो चुका था. लेकिन तकनीकी खामियों की वजह से आधार कार्ड नहीं बन पा रहा था. आखिरकार काफी प्रयासों के बाद गत माह बायोमेट्रिक का मिलान हो जाने पर उसका आधार कार्ड बन सका. आधार कार्ड में प्राप्त जानकारी के आधार पर पता चला कि घर से पलायन कर जबलपुर पहुंचा यह बालक जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के ग्राम डोलिया का है.

मां से करवाई गई वीडियो कॉलिंग

घर का पता लगाने के बिद बाद परिजनों के बारे में जानकारी निकाली गई. परिजनों का पता लगाते ही बच्चे की मां से वीडियो कॉलिंग कराई गई. वीडियो कॉलिंग के दौरान बच्चे ने अपनी मां को पहचान लिया, अपने बच्चे को देखकर मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

परिजनों को बुलाया गया जबलपुर

जिला बाल कल्याण समिति जबलपुर और जिला बाल कल्याण समिति द्वारा पुष्टि कर लिये जाने के बाद बालक के परिजनों को जबलपुर बुलाया गया. बच्चे को लेने इसकी मां खुद जबलपुर आई थीं. उनके साथ बालक की बहन और जीजा भी उसे लेने जबलपुर पहुंचे.

अन्य खबरें