अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में सफदर नागोरी को फांसी की सजा पर अफसोस नहीं, कहा- संविधान नहीं कुरान के फैसले सर्वोच्च

Sumit Rajak, Last updated: Sat, 19th Feb 2022, 10:45 AM IST
  • सफदर नागोरी उन 38 दोषियों में से एक है, जिन्हें गुजरात की एक अदालत ने 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट मामले में शुक्रवार को मौत की सजा सुनाई. नागोरी और अन्य आरोपियों पर आतंकी वारदात के जरिए 56 लोगों की जान लेने का इल्जाम है.भोपाल के सेंट्रल जेल में बंद नागोरी ने कहा कि भारत का संविधान उसके लिए कोई मायने नहीं रखता.
सफदर नागोरी (फाइल फोटो)

भोपाल. सफदर नागोरी उन 38 दोषियों में से एक है, जिन्हें गुजरात की एक अदालत ने 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट मामले में शुक्रवार को मौत की सजा सुनाई. नागोरी और अन्य आरोपियों पर आतंकी वारदात के जरिए 56 लोगों की जान लेने का इल्जाम है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सेंट्रल जेल में कैद नागोरी को सजा मिलने के बाद भी अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. उसने कहा है कि भारत का संविधान उसके लिए कोई मायने नहीं रखता.

2008 में हुए अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट मामले में विशेष अदालत शुक्रवार को दोषियों को सजा सुना दी गई है. कोर्ट ने वॉर अगेंस्ट स्टेट और राजद्रोह के मामले में 38 को फांसी की सजा सुनाई गई है. वहीं, 11 दोषियों को UAPA के तहत उम्रकैद की सजा दी गई. हाल ही में अदालत ने एक दशक से ज्यादा लंबे सयय तक चले ट्रायल के बाद 49 लोगों को दोषी करार दिया था. जबकि, 28 लोगों को बरी कर दिया था. 26 जुलाई 2008 में हुए धमाके में 56 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, 200 से ज्यादा घायल हो गए थे.

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अदालत ने जिन लोगों को दोषी करार दिया है उनमें सफदर नागोरी, जावेद अहमद और अतीकुर रहमान भी शामिल हैं. सफदर नागौरी दिल्ली दंगो के आरोपी उमर खालिद के पिता के साथ सिमी में काम करता था सफदर नागौरी पर साल 2008 में कई शहरों में हुए एक के बाद एक बम धमाकों का मास्‍टरमाइंड होने का आरोप था. आपको बता दें कि धमाके कथित तौर पर आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन द्वारा किए गए थे

अधिकारियों के मुताबिक, नागोरी अभी भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद है और उसने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अहमदाबाद की विशेष अदालत में हुई सुनवाई में हिस्सा लिया. भोपाल सेंट्रल जेल के अधीक्षक दिनेश नरगावे ने बताया कि नागोरी ने मौत की सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद कहा, ‘संविधान मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता. मेरे लिए कुरान के फैसले सबसे ऊपर हैं. सूत्रों ने बताया कि सिमी के महासचिव रह चुके नागोरी पर अहमदाबाद धमाकों के लिए विस्फोटकों का इंतजाम करने और सिमी की अन्य अवैध गतिविधियों के लिए धन इकठ्ठा करने का आरोप लगाया गया था.

 

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