भोपाल में सांडों की नसबंदी का कलेक्टर ने दिया आदेश, सांसद ने की रोक लगाने की मांग

Shubham Bajpai, Last updated: Wed, 13th Oct 2021, 2:20 PM IST
  • मध्यप्रदेश में सांडों की नसबंदी को लेकर जारी आदेश के पालन से पहले उसका विरोध शुरू हो गया है. भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सांडों की नसबंदी पर आपत्ति जताते हुए इसे रोकने की मांग की है.
भोपाल में सांडों की नसबंदी का कलेक्टर ने दिया आदेश (फाइल फोटो)

भोपाल. मध्यप्रदेश में सांडों की नसबंदी के मामले ने सियासी रूप ले लिया है. भाजपा की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सांडों की नसबंदी के खिलाफ हैं और उन्होंने इसे रोकने की मांग की है. साध्वी का कहना है कि सांडों की नसबंदी से गोवंश खत्म हो जाएगा. साथ ही उन्होंने नसबंदी की प्रक्रिया को बहुत ही दर्दनाक बताया. बता दें कि कलेक्टर ने 4 अक्टूबर को इस संबंध में आदेश जारी किए थे, जिसके अनुसार 23 अक्टूबर तक नसबंदी का काम पूरा होना था, लेकिन काम शुरू होने के साथ ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है.

नसबंदी से खत्म हो जाएगा गोवंश

सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि हम गोवंश की पूजा करते हैं. सांड़ों की नसबंदी से गोवंश का प्रजनन ही रूक जाएगा. हम इनकी पूजा करते हैं. जिस तरह से इनकी नसबंदी हो रही है वो काफी दर्दनाक है. इसे तत्काल रोकना चाहिए. इस मामले में पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पशुपालन मंत्री से चर्चा की जानी चाहिए, उसके बाद ही कोई कदम उठाना चाहिए.

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पशु पालन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जारी किया था आदेश

पशु पालन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने सांडों की नसबंदी का आदेश जारी किया है. इस आदेश में निकृष्ट सांडों की नसबंदी करने को कहा गया है. चाहे वो खुले हो या किसी पालक व गौशाला में हो, सभी की नसबंदी के आदेश जारी किए गए हैं. 23 अक्टूबर तक सभी कलेक्टरों को अभियान चलाने को कहा गया है.

12 करोड़ खर्च, 12 लाख सांडों की नसबंदी

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 12 लाख सांड हैं. जिनकी नसबंदी करवानी है. इसके लिए 12 करोड़ का बचत तय किया गया है. 15 दिन के लिए ये अभियान चलाया जाएगा. जिसमें शुरुआती दौर में 2 लाख सांडों की नसबंदी की जाएगी.

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पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने कहा कि सांडों की संख्या में निरंतर हो रही वृद्धि को देखते हुए नसबंदी कराई जा रही है. यह लगातार होने वाली प्रक्रिया है. पिछले कई सालों से यह कार्यक्रम चल रहा है, इसी क्रम में अभी होगा.

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