बेटी को डॉक्टर बनाने का सपना पिता को पड़ा भारी, NEET एग्जाम के नाम पर 50 लाख का फ्रॉड

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Wed, 24th Nov 2021, 11:04 PM IST
  • मध्य प्रदेश के जमशेदपुर में एक पिता अपनी बेटी को एमबीबीएस यानी डाक्टरी की पढ़ाई में प्रवेश के लिए आयोजित राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में पास कराना चाहता था. इसके लिए वह ठगों के झांसे में आकर 50 लाख रूपए उनको थमा दिया. मगर जब नीट का रिजल्ट आया तो उनके होश उड़ गए.
प्रतीकात्मक फोटो

मध्य प्रदेश के जमशेदपुर जिले से लाखों रूपए ठगी करने का मामला सामने आया है. एमबीबीएस यानी डाक्टरी की पढ़ाई में दाखिला दिलाने के नाम पर अज्ञात ठगों के एक गिरोह ने छात्रा के पिता से 50 लाख रुपए की ठगी कर ली है. मामले की शिकायत कदमा थानाक्षेत्र के शास्त्रीनगर निर्मल कॉलोनी निवासी अमरनाथ खां ने साइबर थाने में कराई है. FIR दर्ज होने के बाद धोखाधड़ी के मामले खुलासा हुआ है.

अमरनाथ खां ने अपने तहरीर में दर्ज कराया है कि उनकी पुत्री आकांक्षा कुमारी ने 12 सितंबर को राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की परीक्षा दी थी. इससे पहले फॉर्म भरने के बाद 20 अगस्त को उनके मोबाइल नंबर पर नीट के हेल्पलाइन नंबर, जो इंटरनेट में है उससे फोन आया. कॉलर ने कहा कि वह नीट का एग्जामिनेशन कंट्रोलर बोल रहा है. आपने जो च्वॉयस सेंटर के लिए 4 विकल्प दिए थे, उसमें आपका परीक्षा केंद्र जमशेदपुर दिया जाता है. आगे ठगी का शिकार हुआ शख्स ने बताया कि जब नीट परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड आया तो उनकी पुत्री का परीक्षा केंद्र जमशेदपुर दिया गया. परीक्षा के बाद 14 सितम्बर को अमरनाथ खां के मोबाइल पर साइबर ठगो द्वारा दूसरे मोबाइल नम्बर से फोन आया जिसमें कॉलर ने बताया कि उनकी बेटी का च्वॉयस सेंटर जमशेदपुर दिया गया था.

Amazon के खिलाफ देशभर में कारोबारियों का प्रदर्शन, जानें कारण

शातिर ठगो ने अमरनाथ खां को विश्वास में लेने के लिए उनकी बेटी का पूरा दस्तावेज, जो उसने नीट परीक्षा में शामिल होने के लिए फॉर्म भरते समय साझा किया था, वह दस्तावेज उनके व्हाट्सएप नम्बर पर भेजा था. बेटी का विवरण सही सही मिलने पर अमरनाथ खां ने विश्वास कर लिया और बेटी का एडमिशन सुनिश्चित देख लालच में आकर आकांक्षा के पिता झांसे में आ गए.

इंदौर: Amazon से गांजा के बाद जहर की डिलीवरी, गृह मंत्री बोलें- जल्द बनेगी ई कॉमर्स के लिए नीति

अमरनाथ खां ने बाताया कि 26 सितंबर को वह अपनी पत्नी का इलाज कराने सीएमसी वेल्लोर चले गए . और उसी दौरान 30 सितम्बर को उनके मोबाइल पर दोबारा ठग का फोन आया. उसने अमरनाथ से कहा कि वह उनके बेटी का नीट परीक्षा में मार्क्स बढ़ा देगा साथ में शर्त भी रखा कि इसके लिए 50 लाख रुपये चुकाने पड़ेंगें. बेटी के सुनहरे भविशष्य का सपना देखकर उन्होंने ठग के खाते में 50 लाख रुपये भेज दिए. रुपये मिलने के बाद ठगो ने फर्जी मार्क्स उनके बेटी का 652 बचाया, जिसे जानकर उनको तसल्ली मिली और आश्वस्त हो गए कि अब बेटी को मनचाहा मेडिकल कालेज मिल जाएगा. मगर जब नीट का रिजल्ट आया तो उनके होश उड़ गए. बेटी के परीक्षा का परिणाम देखा तो पता चला कि मीट परीक्षा में सिर्फ 186 नम्बर मिले हैं. जिन नंबरो से ठगो ने उंहें फोन किय़ा था उन नंबरों पर जब अमरनाथ ने फोन किया तो उनका नंबर बंद मिला. तब उन्हें एहसास हुआ कि ठगी का शिकार हो गए हैं. उसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत साइबर थाने में दी.

अन्य खबरें