धर्मांतरण की खबर पर हिंदू संगठनों ने की मिशनरी स्कूल में तोड़फोड़, मामला दर्ज

Anurag Gupta1, Last updated: Tue, 7th Dec 2021, 6:12 AM IST
  • धर्मातरण की खबर से विश्व हिंदु परिषद और बजरंग दल ने मिशनरी स्कूल में तोड़फोड़ की. पुलिस चार नामजद सहित 50 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ने 31 अक्टूबर को सेंट जोसेफ स्कूल, गंजबासौदा में धर्मातरण की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी.
हिंदू संगठन ने धर्मांतरण की खबर पर मिशनरी स्कूल में तोड़फोड़ की (प्रतीकात्मक तस्वीर)

भोपाल. मध्यप्रदेश के विदिशा के गंजबासौदा थानाक्षेत्र के अंतर्गत सोमवार को एक मिशनरी स्कूल में एक प्रार्थना सभा आयोजित करने और स्कूल में आठ बच्चों के कथित तौर पर धर्मांतरण की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विश्व हिंदु परिषद और बजरंग दल के सदस्यों ने तोड़फोड़ की. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने चार नामजद सहित 50 लोगों के खिलाफ धारा 147 (दंगा), 148 (घातक हथियार से लैस दंगा) और 427 (50 रुपये से अधिक की राशि का नुकसान) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार नामजद आरोपियों कि गिरफ्तार किया है

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि  "विहिप और बजरंग दल सहित विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने 31 अक्टूबर को सेंट जोसेफ स्कूल, गंजबासौदा में आठ बच्चों के कथित धर्म परिवर्तन के खिलाफ एक वीडियो और आठ छात्रों के धर्मांतरण की खबर के बाद विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की थी. मामले में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जिसके बाद सोमवार को बड़ी संख्या में लोगों ने अनुमंडल दंडाधिकारी (एसडीएम) को ज्ञापन सौंपा और बाद में भीड़ हिंसक हो गई और स्कूल परिसर में पथराव कर दिया.

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पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी है. हालांकि, विहिप के क्षेत्रीय अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा, 'हमें लंबे समय से धर्मांतरण की शिकायतें मिल रही हैं. विहिप और बजरंग दल के सदस्य सोमवार को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने विरोध में शामिल होकर हंगामा किया. फिलहाल डीएम उमाशंकर भार्गव ने कहा कि धर्मांतरण के आरोप की जांच के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

जानें पूरा मामला:

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने 24 नवंबर डीएम को कुछ स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा था. जिसमें बताया था कि 31 अक्टूबर को आठ बच्चों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कर दिया गया है और यह खबर एक में अखबार में प्रकाशित हुई थी. 

इसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल ब्रदर एंथनी ने धर्मांतरण के आरोप को गलत बताते हुए कहा, "यह फर्जी खबर किसी यूट्यूब चैनल द्वारा चलाई गई थी. आठ कैथोलिक बच्चों के पवित्र भोज की खबर ईसाई पत्रिका में प्रकाशित हुई थी लेकिन इसे इस तरह से प्रसारित किया गया था कि हिंदू बच्चों का धर्मांतरण हो गया है.

पुलिस पर सुरक्षा न देने का आरोप:

प्राचार्य ने पुलिस पर सुरक्षा नहीं देने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि "हमने रविवार को पुलिस और डीएम को एक ज्ञापन सौंपा है कि विहिप और बजरंग दल ने सोमवार को हिंसक विरोध की धमकी दी है. लेकिन स्कूल में सुरक्षा मुहैया कराने के बजाय सिर्फ दो पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था. ऐसी परिस्थिति में उग्र भीड़ शिक्षकों की गाड़ी सहित स्कूल परिसर में भी तोड़फोड़ की. घटना को लेकर विदिशा पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने बताया कि घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है पुलिस ने समय पर बल प्रयोग कर मामले को नियंत्रण में कर लिया था. पुलिस अब मामले की जांच कर रही है.

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