हेलिकॉप्टर हादसा: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का 17 दिसंबर को भोपाल में अंतिम संस्कार
- तमिलनाडु में सीडीएस जनरल बिपिन रावत हेलिकॉप्टर हादसे में एकमात्र जीवित बचे भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार को बेंगलुरु में निधन हो गया. शहीद वरुण सिंह का अंतिम संस्कार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 17 दिसंबर को होगा.

भोपाल: तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सैन्य हेलिकॉप्टर हादसे में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार को बेंगलुरु के अस्पताल में निधन हो गया. 17 दिसंबर को भोपाल में शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा. गुरुवार शाम तक उनकी पार्थिव देह भोपाल पहुंचेगी. इसके बाद शुक्रवार को अंतिम यात्रा निकाली जाएगी. शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर में सवार थे. इस हादसे में वे एकमात्र जीवित बचे अधिकारी थे. जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों का पहल निधन हो चुका है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शहीद वरुण सिंह के पिता केपी सिंह सेना से रिटायर्ड कर्नल हैं. वे अपने परिवार के साथ भोपाल की इनर कोर्ट कॉलोनी में रहते हैं. जैसे ही उनके निधन की खबर मिली पूरी कॉलोनी समेत शहर में शोक की लहर छा गई. करीब दो महीने पहले ही वरुण सिंह अपने पिता से मिलने भोपाल आए थे. उस वक्त कॉलोनी वासियों ने उनका सम्मान भी किया था.
CDS बिपिन रावत के नाम जाना जाएगा महिलाग्राम-कालिंदीपुरम फ्लाईओवर
शहीद वरुण सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक भोपाल पहुंचने की संभावना है. शुक्रवार को शहर में अंतिम यात्रा निकाली जाएगी. जिला प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की शहादत पर शोक जताया है. उन्होंने लिखा, ‘आज देश ने अपने वीर सपूत को खो दिया. वरुण सिंह ने हमेशा गर्व, वीरता, प्रोफेशनलिजम और समर्पण के साथ देश की सेवा की. उनके इस समर्पण को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा.’
CDS बिपिन रावत के ससुराल में प्रशासन ने चलवाया बुलडोजर, MP गृह मंत्री बोले...
8 दिन तक मौत से जंग लड़ते रहे वरुण
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह 8 दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ते रहे. 8 दिसंबर को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में उनका शरीर करीब 45 फीसदी तक जल गया था. शुरुआत में उन्हें तमिलनाडु के वेलिंगटन में स्थित आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालत नाजुक होने के चलते उन्हें 9 दिसंबर को बेंगलुरु रेफर किया गया. यहां भी उनकी हालत नाजुक ही रही. बुधवार को उन्होंने दम तोड़ दिया.
अन्य खबरें
शिव आराधना पर विवादित बोलकर फंसे कांग्रेस नेता, BJP ने कहा कमलनाथ गए थे केदारनाथ
MPPSC Recruitment : कंप्यूटर प्रोग्रामर बनने का सुनहरा मौका, जानें योग्यता संबंधी पूरी डिटेल
MP सरकार ने पेंशन धारकों के महंगाई भत्ते को 5% बढ़ाया, जानें कब मिलेगा बढ़ा हुआ DA
वैक्सीनेशन पर कलेक्टर कर्मचारी से बोले- अगर एक भी टीका छूटा तो फांसी पर दूंगा टांग