Amavasya 2022: कब है साल की पहली अमावस, जानें सोमवती अमावस्या की तिथि, महत्व और शुभ योग

Pallawi Kumari, Last updated: Sun, 23rd Jan 2022, 11:15 AM IST
  • साल 2022 की पहली अमावस्या माघ माह में पड़ने के कारण खास मानी जाती है. इसे श्राद्ध अमावस्‍या, मौनी अमावस्या और माघी अमावस्‍या भी कहा जाता है. आइये जानते हैं, इस साल कब है सोमवती अमावस्‍या और इसका क्‍या महत्‍व है.
सोमवती अमावस्या (फोटो-लाइव हिन्दुस्तान)

साल में पड़ने वाली अमावस्या खास होती है. लेकिन धार्मिक ग्रंथों में मौनी अमावस्या को पुण्यदायी माना गया है. इस दिन गंगा स्नान और दान उत्तम माना जाता है. वहीं सोमवार का दिन पड़ने के कारण इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है. इस दिन व्रत, पूजा और गंगा स्नान का महत्व होता है. कई लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं. माघ महीने में पड़ने वाले माघी या मौनी अमावस्या को श्राद्ध की अमावस्या भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन किए गए पूजा पाठ में पितर तृप्त होते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं.

सोमवती अमावस्‍या तिथि-

इस बार सोमवती अमास्या सोमवार 31 जनवरी को पड़ रही है. ये साल की पहली अमावस्या है. हिन्‍दू पंचांग के अनुसार सोमवार 31 जनवरी को दोपहर 2:19 बजे तक चतुर्दशी तिथि है और इसके बाद अमावस्‍या तिथि लग जाएगी है. 31 जनवरी दोपहर 2:19 बजे अमावस्या शुरू होगी और मंगलवार 1 फरवरी सुबह 11:16 बजे तक रहेगी. इसलिए 31 जनवरी को सोमवती अमावस्‍या और 1 फरवरी को मौनी अमावस्‍या या माघी अमावस्‍या मनाई जाएगी.

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सोमवती अमावस्‍या महत्‍व-

सोमवार का दिन पड़ने के कारण इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है. कहा जाता है कि इस दिन जो महिलाएं व्रत रखती हैं और भगवान शंकर-मां पार्वती की पूजा करती हैं. उनके सदा सुहागन का वरदान मिलता है और पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता आती है. साथ ही इस दिन पितरों के लि विधिवत पूजा से पितृदोष खत्‍म होता है और पितर तृप्त होकर आशीर्वाद देते हैं.

सोमवती अमावस्‍या शुभ योग- इस बार सोमवती अमावस्या के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं. उत्‍तराषाढा और श्रावण नक्षत्र में वज्र योग के बाद सिद्ध योग बनेगा.

अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:18 - 01:02 बजे

विजय मुहूर्त-दोपहर 02:01 - 02:45 बजे

अमृत काल - शाम 04:12 - 05:38

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05:30 - 05:54

सर्वार्थसिद्ध‍ि योग-31 जनवरी को रात्रि 09:57 से 1 फरवरी सुबह 7: 10 बजे

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