'हमें बना दो कलेक्टर' प्रदर्शन करने वाली लड़की बनी महासचिव, पढ़ाई खर्चा भी मुफ्त

Ruchi Sharma, Last updated: Fri, 24th Dec 2021, 2:14 PM IST
  • मध्य प्रदेश के झाबुआ की कॉलेज की एक लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. जिसके बाद छात्रा की बहादुरी को देखकर एनएसयूआई ने छात्रा को झाबुआ जिले का महासचिव बनाया है. आदिवासियों के संगठन जय आदिवासी युवा शक्ति ने लड़की की यूपीएससी की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का जिम्मा भी लिया है.
'हमें बना दो कलेक्टर' प्रदर्शन करने वाली लड़की बनी महासचिव, पढ़ाई खर्चा भी मुफ्त

भोपाल. आपको याद होगा मध्य प्रदेश के झाबुआ की कॉलेज की एक लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. इस दौरान लड़की को कहते हुए सुना गया था कि हमको कलेक्टर बना दो, हम कलेक्टर बनने को तैयार हैं. हम सबकी मांग पूरी कर देंगे. आदिवासी बच्चे दूर दूर से आए हैं. आपके पास ज्ञापन लेने का समय भी नहीं है. वीडियो वायरल होने के बाद छात्रा सुर्खियों में आ गई. छात्रा का वीडियो देखने के बाद सब उसके जज्बे की लोग खूब तारीफ कर रहे हैं. इस बीच छात्रा को लेकर एक और खबर आई है. छात्रा की बहादुरी को देखकर एनएसयूआई ने छात्रा को झाबुआ जिले का महासचिव बनाया है.

यही नहीं आदिवासियों के संगठन जय आदिवासी युवा शक्ति ने लड़की की यूपीएससी की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का जिम्मा भी लिया है. संगठन का कहना है कि लड़की का आत्मविश्वास गजब का है. बता दें कि आदिवासी आंदोलन के दौरान वायरल इस लड़की का वीडियो को खूब वायरल हुआ. वायरल वीडियो में लड़की कलेक्टर से अपनी मांग पूरी करने के लिए कह रही है. मांग पूरी करने के लिए जो बुलंद आवाज उसने उठाई है वह काबिले तारीफ है.

 

 

मांग को लेकर कर रही थी छात्राएं प्रदर्शन

जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो में छात्रा की पहचान निर्मला चौहान से हुई है. जो आदिवासी परिवार से है. निर्मला आलिराजपुर जिले के खंडाला खुशाल गांव की रहने वाली है. आवास भत्ता, छात्रवृत्ति और बस किराये में छूट को लेकर कॉलेज के छात्रों ने कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन किया था. जिसमें निर्मला चौहान भी शामिल थी. चंद्रशेखर आजाद आदर्श महाविद्यालय एवं गर्ल्स डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले लगभग 400 विद्यार्थियों ने विभिन्न समस्याओं के लिए कलेक्टोरेट का घेराव किया था. प्रदर्शन में शामिल अधिकतर छात्राएं थी.

छात्रा ने कहा- 5 मिनट भी धूप में नहीं खड़ा रहने दूंगी

वीडियो पर मीडिया से बातचीत में निर्मला ने कहा कि हम इतनी दूर से वहां गए थे. दो-तीन घंटे से बाहर खड़े थे. कोई अधिकारी बाहर नहीं आ रहा था. इसी वजह से मुझे गुस्सा आ गया अगर मैं कलेक्टर बन गई तो गांव से आने वाली लड़कियों को 5 मिनट भी धूप में नहीं खड़ा रहने दूंगी. उनके लिए पूरी ताकत से काम करूंगी.   

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