राष्ट्रीय सुरक्षा पर सरकार के खिलाफ एक घंटे मौन उपवास पर बैठे उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावत
- उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत मंगलवार को एक घंटे के लिए सरकार के खिलाफ मौन उपवास पर बैठ गए. रावत ने कहा, कि सरकार को किसी के दर्द से कोई सरोकार नहीं है, जब भी कोई अपनी दुख को लेकर आवाज उठाता रहा है तो आवाज और विचारों को कुचलने का प्रयास किया जाता है.
देहरादून. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के नेता हरीश रावत मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के खिलाफ एक घंटे के मौन उपवास पर बैठ गए. पूर्व सीएम मौन उपवास के बाद दिल्ली में अपने आवास पर कहा, कि सरकार तो अपने लोगों के दुखदर्द को दूर करने तथा उनकी पीड़ा को समझने के लिए होती है, लेकिन यह समझ नहीं आ रहा है कि सरकार लोगों पर रासुका क्यों लगा रही है. लखीमपुर खीरी की हिंसा के मामले में रावत ने कहा, कि क्यों विपक्ष को पीड़ित परिवारों से मिलने से रोका जा रहा है.
मंगलवार को मौन उपवास के बाद रावत ने सरकार के हमला बोलते हुए कहा, कि सरकार को किसी के दर्द से सरोकार नहीं है. जब भी कोई अपनी दुख को लेकर आवाज उठाता रहा है तो उसे कुचनले की कोशिश की जाती है. लखीमपुर खीरी मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की तारीफ करते हुए हरीश रावत ने कहा, कि आम आदमी, गरीब, किसान के लिए संघर्ष करने वालो को नमन करता हूं. उन्होंने कहा, कि किसी भी सरकार की हिम्मत नहीं है कि जनता के हित में आगें बढ़ने से कांग्रेस को रोका जा सके.
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सरकार को घेरते हुए हरीश रावत ने सरकार पर चौतरफा हमला बोला. उन्हें कहा, जिस तरह से सरकार बात-बात पर विपक्ष पर रोक लगा रही है, वही रोक भाजपा की जनविरोधी रणनीति का हिस्सा बनते जा रही हैं. इससे पहले हरीश रावत ने केंद्र सरकार के कृषि संबंधी तीन अध्यादेशों को संसद में पास कराए जाने के विरोध में 18 सितंबर को दो घंटे का मौन व्रत रखा था.
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