उत्तराखंड में केदारनाथ बदरीनाथ गंगोत्री यमुनोत्री की चारधाम यात्रा शनिवार से शुरू, पढ़ लें नियम

MRITYUNJAY CHAUDHARY, Last updated: Fri, 17th Sep 2021, 5:13 PM IST
  • उत्तराखंड हाईकोर्ट ने चार धाम यात्रा पर से रोक हटा दी है. रोक हटाने के साथ ही अदालत ने चार धाम यात्रा के लिए तीर्थ यात्रियों की संख्या भी निर्धारित कर दिया है. साथ ही यह भी आदेश दिया है कि यात्रा के दौरान कोरोना नियमों का पालन कराया जाए. साथ ही तीर्थ यात्रियों की कोरोना रिपोर्ट और टीकाकरण रिपोर्ट भी देंखी जाए.
उत्तराखंड HC ने चार धाम यात्रा से रोक हटाई, सिमित यात्रियों संग 18 सितंबर से शुरू

देहरादून. उत्तराखंड हाईकोर्ट ने चार धाम यात्रा से रोक हटा दिया है. रोक हटने के बाद अब चार धाम यात्रा कल यानी 18 सितंबर से शुरू होगी. हाईकोर्ट ने चार धाम यात्रा पर से प्रतिबंध हटाते हुए तीर्थ यात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी है. साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि चार धाम यात्रा कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराते हुए संपन्न कराया जाए. साथ ही चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाश रमन ने यात्रियों को अपना कोविड रिपोर्ट और कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक का प्रमाण पत्र लाना अनिवार्य किया है. 

साथ ही यह भी कहा कि चार धाम की यात्रा के लिए तीर्थ यात्रियों को वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in/ पर जाकर अपना पंजीकरण कराना होगा. वहीं हाईकोर्ट के आदेशानुसार यात्रियों की संख्या सीमित कर दी गई है. जिसके चलते प्रतिदिन तीर्थ यात्रियों की संख्या केदारनाथ के लिए 800, बद्रीनाथ के लिए 1000, गंगोत्री के लिए 600 और यमुनोत्री के लिए 400 होगी.

PM मोदी के जन्मदिन के मौके पर उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने किया वृक्षारोपण

चार धाम की यात्रा को देखते हुए मुख्य सचिव एसएस संधू ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. जिसमें उन्होंने जिलाधिकारियों को चार धाम यात्रा व्यवस्था और तैयारियों संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए. साथ ही आदेश दिया कि चार धाम मार्ग पर जिन सड़कों की मरम्मत कार्य की आवश्यकता है, उन्हें जल्द मरम्मत कराई जाए. साथ ही यह भी आदेश दिया है कि तीर्थ यात्रियों के यात्रा के दौरान पीने का पानी शौचालय इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए.

इसके साथ ही उन्होंने यह भी आदेश दिया कि चार धाम के मार्गों पर लाउडस्पीकर से कोरोना संक्रमण के मापदंडों की घोषणा की जाए. साथ ही सड़क सुरक्षा, स्वच्छता, भीड़ प्रबंधन, परिवहन प्रबंधन का चार धाम मार्ग पर उचित व्यवस्था की जाए.

अन्य खबरें